उत्तराखंड, हल्द्वानी
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं वह विद्यालय से जुड़े समस्त कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी को राष्ट्रीय स्तर पर पुनर्वास पेशेवरों के विकास में संलग्न सर्वश्रेष्ठ संस्थान व संगठन के लिए दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए किए गए कार्यों की उपलब्धि के आधार पर भारत सरकार द्वारा आगामी 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण दिवस के उपलक्ष्य पर सम्मानित एवं पुरुस्कृत किया जाना है | उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी को यह पुरस्कार पुनर्वास के क्षेत्र में कार्य कर रही भारतीय पुनर्वास परिषद में सूचीबद्ध परंपरागत रूप से संचालित 890 शैक्षिक संस्थानों व विश्वविद्यालयों और 15 दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से संचालित विश्वविद्यालय एवं संस्थानों के बीच में से पुनर्वास पेशेवरों के विकास (विशेष शिक्षकों को तैयार करने ) हेतु चुना गया है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अपर सचिव श्री एस के महतो, द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय का वर्ष 2021 के लिये पुनर्वास पेशेवरों के विकास में संलग्न में सर्वश्रेष्ठ संगठन के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु चयन किया गया है| आगामी 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण दिवस के उपलक्ष्य पर महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार जी की उपस्थिति में यह पुरस्कार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो ओम प्रकाश सिंह नेगी को दिया जाएगा|
विश्वविद्यालय के विशेष शिक्षा विभाग के सहायक प्राध्यापक व पाठ्यक्रम समन्वय डॉ सिद्धार्थ पोखरियाल द्वारा अवगत कराया गया कि यह पुरस्कार विश्वविद्यालय द्वारा दिव्यांगजनों के लिए पुनर्वास पेशेवरों को तैयार किए जाने हेतु व विभिन्न कार्यशालाओं के माध्यम से उनको दिव्यांगजनों की समस्याओं के निराकरण के लिए, और बीएड विशेष शिक्षा पाठ्यक्रम के माध्यम से विशेष शिक्षकों को तैयार किए जाने हेतु जिससे कि दिव्यांग बच्चों के लिए देश में विशेष शिक्षकों की कमी की समस्या दूर हो सके के लिए प्रदान किया गया| विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह नेगी ने वर्ष 2019 में कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत विशेष शिक्षा विभाग के नवीन पाठ्यक्रमों की मान्यता के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं भारतीय पुनर्वास परिषद से मान्यता संबंधी औपचारिकताएं पूर्ण कर पाठ्यक्रम को प्रारंभ किया|
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो ओ पी एस नेगी ने बताया कि मुक्त विश्वविद्यालय के द्वारा दिव्यांग जनों के लिए शोध प्रविधि संबंधी राष्ट्रीय कार्यशाला, नई शिक्षा नीति में दिव्यांग जनों की शिक्षा की भूमिका पर राष्ट्रीय सेमिनार, कोविड काल में दिव्यांजनों के लिए पुनर्वास पेशेवरों को विकसित करने के लिए ऑनलाइन माध्यम से कार्यशाला का आयोजन व समय-समय पर दिव्यांगजनों के लिए उनके शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक, पुनर्वास हेतु जागरूकता संबंधी कार्यशाला का आयोजन भी विश्वविद्यालय द्वारा विगत 5 सालों से लगातार किया जा रहा है| साथ ही उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय पूर्ण रूप से दिव्यांगजनों के लिए बाधा रहित वातावरण प्रदान करता है जहां पर दिव्यांगजन बिना किसी बाधा के आवागमन कर सकते हैं उनके लिए सुगम्य मार्ग व शौचालय की व्यवस्था के साथ ही विश्वविद्यालय के छात्र सहायता केंद्र पर दिव्यांग मित्र दिव्यांग विद्यार्थियों की सहायता के लिए सदैव उपस्थित रहते हैं |
विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान के साथ दृष्टि बाधित लोगों के लिए लगातार नवोन्मेषी क्रियाकलापों का आयोजन किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त रुड़की आईआईटी के अंतर्गत संचालित अनुश्रुति अकैडमी फॉर डेफ के सहयोग से मूक बधिर बच्चों के लिए विशेष शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है जिससे कि दृष्टिबाधित एवं मूक-बधिर बच्चों के लिए विशेष शिक्षक के रूप में पुनर्वास पेशेवरों की कमी देश में ना होने पाए| वर्तमान में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा अपने मुख्य परिसर हल्द्वानी में एवं देहरादून परिसर में बीएड विशेष शिक्षक पाठ्यक्रमों का संचालन 4 विधाओं बौद्धिक रूप से अक्षम, अधिगम अक्षम, श्रवण बाधित एवं दृष्टि बाधित विधा में किया जा रहा है|
विश्वविद्यालय द्वारा मानसिक रूप से अक्षम बच्चों के लिए विशेष विद्यालयों में प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है शीघ्र ही मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा ब्रेल लिपि एवं सांकेतिक भाषा में नवीन पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाना सुनिश्चित किया गया है जिसके लिए भारतीय पुनर्वास परिषद से पाठ्यक्रम संचालन के लिए औपचारिकताएं पूर्ण करने का निर्देश विश्वविद्यालय को प्राप्त हुआ है| विश्वविद्यालय, को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किए जाने पर शिक्षाशास्त्र विभाग के निदेशक प्रो ए के नवीन, विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ रश्मि पंत, वित्त नियंत्रक श्रीमती आभा गर्खाल, सीका के निदेशक प्रो आर सी मिश्र द्वारा विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया गया।