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स्टोन क्रेशर के कनवेयर पट्टे में फंसे पत्थर को निकालते वक्त एक मजदूर मशीन में फंसकर बुरी तरह घायल हो गया। आनन-फानन में स्टोन क्रेशर में मौजूद अन्य साथी उसे बेस अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद साथी और परिजनों ने स्टोन क्रशर के गेट को बंद कर हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई।

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इंदिरानगर द्वितीय कार रोड बिंदुखत्ता लालकुआं निवासी रमेश सिंह देवली 50 पुत्र नारायण सिंह तीन पानी स्थित उत्तराखंड स्टोन क्रशर में काम करता था। बताया जाता है कि शनिवार को स्टोन क्रशर में लंच हो गया था और इसी दरम्यान कनवेयर पट्टे में एक पत्थर फंस गया। जिसके चलते मशीन बंद हो गई। इस पर रमेश पट्टे में फंसे पत्थर को निकालने चला गया और तभी वह मशीन में फंस गयामशीन ने रमेश को खींच लिया। रमेश की चीख सुनकर क्रशर में मौजूद कर्मचारियों होश उड़ गए। आनन-फानन में मशीन को बंद कर रमेश को मशीन से बाहर निकाला गया और साथियों ने तुरंत उसे बेस अस्पताल पहुंचायया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। दोपहर पोस्टमार्टम के बाद परिजन और बिंदुखत्ता के तमाम लोग शव लेकर स्टोन क्रेशर के गेट पर पहुंच गए और गेट को बंद कर हंगामा शुरू कर दिया। मुआवजे की मांग करते हुए लोगों ने स्टोन क्रेशर स्वामी और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जानकारी पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई।
इधर, जानकारी पर पूर्व विधायक नवीन दुम्का भी मौके पर पहुंच गए।