उत्तराखंड हाईकोर्ट ने उन शिक्षकों को राहत की उम्मीद जगाई है जिनसे सेवाकाल में दिए गए लाभों की वसूली की जा रही है। कोर्ट ने सरकार से सख्ती से पूछा कि जब पहले इन्हीं लाभों का प्रलोभन देकर शिक्षकों से काम लिया गया था, तो अब सेवानिवृत्ति के बाद उनसे वसूली क्यों की जा रही है? वित्त सचिव को 9 अक्तूबर को कोर्ट में पेश होकर जवाब देने के आदेश दिए गए हैं।
📰 हाइलाइट्स ✨
👉 सेवानिवृत्त शिक्षकों से सेवाकाल में दिए गए लाभों की लाखों की रिकवरी 🧾
👉 एक शिक्षक को भेजा गया 29 लाख रुपये का नोटिस 💰
👉 हाईकोर्ट का सवाल – पहले लाभ क्यों दिए और अब वसूली क्यों? ⚖️
👉 वित्त सचिव को 9 अक्तूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश 📅
👉 शिक्षकों ने रिकवरी रोकने की मांग की 🙏
🏛️ क्या है मामला?
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याचिकाकर्ता: चम्पावत जिले के सेवानिवृत्त और सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षक।
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नियुक्ति वर्ष: 1990, नियमितीकरण वर्ष: 2002।
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स्थिति: 2024 में कई शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके, कुछ होने वाले हैं।
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जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी कर कहा –
👉 सेवाकाल में मिले 13 तरह के लाभों की वसूली की जाएगी।
👉 एक शिक्षक को 29 लाख रुपये की रिकवरी नोटिस भेजा गया।
⚖️ कोर्ट की सख्त टिप्पणी
वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ ने सुनवाई के दौरान कहा –
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“पहले कार्य करने का प्रलोभन देकर शिक्षकों को लाभ दिए गए। अब सेवाकाल पूरा करने के बाद उनसे वसूली क्यों की जा रही है?”
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कोर्ट ने वित्त सचिव को 9 अक्तूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश होकर इस मामले पर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए।
👩🏫 शिक्षकों का पक्ष
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शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने अपनी सेवा पूरी निष्ठा और संतोषजनक तरीके से पूरी की।
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अब सेवानिवृत्ति के बाद लाखों की रिकवरी करना उनके साथ अन्याय है।
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याचिकाकर्ताओं ने मांग की है कि इस आदेश पर रोक लगाई जाए।
📌 अगली सुनवाई
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हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि मामला गंभीर है।
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अगली सुनवाई 9 अक्तूबर को होगी।
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इस दौरान वित्त सचिव को मार्गदर्शन और जवाब दोनों देना होगा।
📰 हाइलाइट्स ✨
👉 सेवानिवृत्त शिक्षकों से सेवाकाल में दिए गए लाभों की लाखों की रिकवरी 🧾
👉 एक शिक्षक को भेजा गया 29 लाख रुपये का नोटिस 💰
👉 हाईकोर्ट का सवाल – पहले लाभ क्यों दिए और अब वसूली क्यों? ⚖️
👉 वित्त सचिव को 9 अक्तूबर को कोर्ट में पेश होने का आदेश 📅
👉 शिक्षकों ने रिकवरी रोकने की मांग की 🙏





