📍 देहरादून | राज्य ब्यूरो रिपोर्ट
उत्तराखंड के युवाओं के लिए खुशखबरी!
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के युवक-युवतियों को “फ्री अग्निवीर प्री-रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग” देने की घोषणा की है।
यह ट्रेनिंग राज्य के सभी 13 जिलों में निशुल्क दी जाएगी, ताकि युवा सेना में भर्ती की तैयारी कर सकें और देश की सेवा में आगे बढ़ें।
यह पहल खेल एवं युवा कल्याण विभाग की ओर से शुरू की जा रही है,
जिसकी पूरी SOP (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) तैयार कर ली गई है।
⚡ Highlights (मुख्य बिंदु):
🎯 सभी 13 जिलों में होगी फ्री अग्निवीर ट्रेनिंग
📜 उत्तराखंड का मूल निवासी होना जरूरी
📘 हाई स्कूल में कम से कम 45% अंक अनिवार्य
👟 शारीरिक फिटनेस और आयु सीमा: न्यूनतम 16 वर्ष
🪖 ट्रेनिंग के बाद अग्निवीर भर्ती में बढ़ेगा चयन अवसर
🏅 सेवा के बाद अग्निवीरों को राज्य सरकार की नौकरियों में आरक्षण
🧭 “उत्तराखंड की सैन्य परंपरा पर गर्व” — मुख्यमंत्री धामी 🇮🇳
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा —
“उत्तराखंड वीरभूमि है। यहां के हजारों युवा हर साल सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करते हैं।
राज्य सरकार ने तय किया है कि अब हम उन्हें भर्ती से पहले ही
‘प्री-रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग’ देंगे, ताकि वे अग्निवीर योजना में और बेहतर तैयारी के साथ हिस्सा लें।”
उन्होंने कहा कि यह ट्रेनिंग फ्री ऑफ कॉस्ट होगी और
युवाओं को शारीरिक फिटनेस, लिखित परीक्षा और मानसिक तैयारी कराई जाएगी।
📋 ट्रेनिंग के लिए योग्यता मानक 🏋️♂️
| शर्त | विवरण |
|---|---|
| 📍 निवास | उत्तराखंड का मूल या स्थायी निवासी होना अनिवार्य |
| 📘 शिक्षा योग्यता | हाई स्कूल (10वीं) में न्यूनतम 45% अंक और प्रत्येक विषय में 33% |
| 🎂 आयु सीमा | न्यूनतम 16 वर्ष या उससे अधिक |
| 🏫 प्राथमिकता | राज्य के सरकारी, निजी या किसी संस्थान में पढ़ने वाले छात्रों को |
| 💰 शुल्क | पूरी तरह निःशुल्क (राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित) |
🎖️ अग्निवीर योजना क्या है? (Agneepath Scheme Explained)
भारत सरकार की ‘अग्निपथ योजना’ वर्ष 2022 में शुरू हुई थी,
जिसके तहत थल सेना, नौसेना और वायुसेना में 17.5 से 21 वर्ष के युवाओं को भर्ती किया जाता है।
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चयनित युवाओं को चार साल की सेवा अवधि दी जाती है।
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सेवा के दौरान वे “अग्निवीर” कहलाते हैं।
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चार साल बाद 25% अग्निवीरों को स्थायी सेवा में रखा जाता है,
जबकि शेष 75% को सेवानिवृत्ति लाभ के साथ स्किल सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड सरकार
सेवानिवृत्त अग्निवीरों को राज्य की सरकारी नौकरियों में आरक्षण देगी,
ताकि उन्हें रोजगार और सम्मान दोनों मिल सके।
🪖 “युवाओं के सपनों को पंख देगा यह कदम” — अधिकारियों का बयान ✨
खेल एवं युवा कल्याण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया —
“मुख्यमंत्री के निर्देश पर SOP तैयार कर ली गई है।
हर जिले में प्रशिक्षित फिजिकल ट्रेनर्स और पूर्व सैनिकों की मदद से यह प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग में
फिजिकल फिटनेस, ड्रिल, लिखित परीक्षा की तैयारी, समय प्रबंधन और सैन्य अनुशासन सिखाया जाएगा।
💬 संपादकीय दृष्टिकोण (Editorial View):
उत्तराखंड की भूमि वीरता, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम का प्रतीक रही है।
‘फ्री अग्निवीर प्री-रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग’ से जहां युवाओं के लिए सेना में चयन के अवसर बढ़ेंगे,
वहीं यह राज्य सरकार की युवा सशक्तिकरण नीति को भी मजबूती देगा।
💬 “यह पहल केवल ट्रेनिंग नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की एक नई तैयारी है।”


