📍 हल्द्वानी | संवाददाता रिपोर्ट
त्योहार के मौसम में खरीदारी और भागदौड़ के बीच एक छोटी-सी गलती ने हल्द्वानी के व्यापारी को ₹2 लाख से ज्यादा की चपत लगा दी।
लेकिन गनीमत रही कि पुलिस की तत्परता और ईमानदार ग्राहक की वजह से तीन घंटे में रकम सकुशल वापस मिल गई 🙌।
यह पूरा वाकया जितना हैरान करने वाला है, उतना ही राहत भरा भी है।
🎯 Highlights (मुख्य बिंदु):
💸 गजक के डिब्बे में रखे ₹2,05,000 रुपये गलती से बिक गए
👩🦰 महिला ग्राहक ने डिब्बा ₹150 में खरीदा, खोला तक नहीं
🍬 कर्मचारी ने गजक समझकर पैसे वाला डिब्बा थमा दिया
🚨 व्यापारी ने पुलिस को दी सूचना, सीसीटीवी से मिली सुराग
🕒 तीन घंटे में पुलिस ने रकम बरामद कर व्यापारी को लौटाई
👏 एसपी सिटी ने महिला और पुलिस टीम की ईमानदारी की सराहना की
🏪 कैसे हुई यह अनोखी गलती?
जगदंबा नगर, नवाबी रोड स्थित जोशी गजक भंडार के मालिक
ख़ीम चंद्र जोशी ने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने
अपने काउंटर के पास रखे गजक के एक डिब्बे में ₹2 लाख 5 हजार रुपये सुरक्षित रखे थे।
🍬 दोपहर में जब वे खाने के लिए घर गए, तभी
कुसुमखेड़ा निवासी एक महिला ग्राहक दुकान पर गजक लेने आई।
दुकान में मौजूद कर्मचारी ने गलती से उसी डिब्बे को गजक समझकर ₹150 में बेच दिया,
जिसमें असल में रुपये रखे हुए थे 💸।
😨 जब लौटे व्यापारी, तो गायब था ‘पैसों वाला डिब्बा’
ख़ीम चंद्र जोशी जब कुछ देर बाद दुकान पर लौटे,
तो देखा कि डिब्बा गायब है।
पहले तो उन्होंने सोचा कि किसी कर्मचारी ने हटाया होगा,
लेकिन जल्द ही शक हुआ और CCTV फुटेज खंगाले गए।
📹 फुटेज में महिला ग्राहक की गाड़ी का नंबर नजर आया।
कारोबारी ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी।
🚔 पुलिस ने तीन घंटे में किया कमाल — डिब्बा मिला, रकम सकुशल बरामद 🙌
सूचना मिलते ही एसपी सिटी प्रकाश चंद्र के निर्देशन में
नेहरू कॉलोनी पुलिस और सीसीटीवी सेल की टीम एक्शन में आ गई।
🔍 सीसीटीवी फुटेज और वाहन नंबर ट्रैक कर पुलिस ने महिला का पता लगाया।
महिला के घर पहुंचने पर डिब्बा बिल्कुल उसी हालत में मिला,
जैसे दुकान से गया था — सीलबंद और बिना खोला हुआ 😮।
महिला ने बताया —
“मैंने डिब्बा खोला ही नहीं था, सोचा मिठाई है, घर रख दिया।”
पुलिस ने डिब्बा खोलकर जांच की तो ₹2,05,000 की पूरी रकम सही-सलामत मिली।
👮♀️ SP सिटी ने लौटाई रकम, ईमानदारी की मिसाल कायम
SP सिटी प्रकाश चंद्र ने व्यापारी खीम चंद्र जोशी को
सभी पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में डिब्बा और रकम सौंप दी।
उन्होंने महिला ग्राहक और उनके परिवार की ईमानदारी की तारीफ करते हुए कहा —
“यह घटना इंसानियत और ईमानदारी दोनों की बेहतरीन मिसाल है।
हमारी टीम ने भी तेज़ी से काम कर राहत पहुंचाई।”
👮 पुलिस टीम में शामिल थे —
सीसीटीवी सेल के जितेंद्र बुराठोकी,
एचओ आराधना,
निहाल उपाध्याय और कांस्टेबल राजेंद्र बिष्ट।
💬 संपादकीय दृष्टिकोण (Editorial View):
त्योहारों की भीड़भाड़ में जहां अकसर चोरी और ठगी के मामले बढ़ जाते हैं,
वहीं यह घटना ईमानदारी और पुलिस तत्परता की मिसाल पेश करती है।
तीन घंटे में ₹2 लाख बरामद होना
न केवल पुलिस के लिए उपलब्धि है बल्कि समाज के लिए भी एक सकारात्मक संदेश है 🙏।
📊 घटना का सारांश एक नजर में:
🔢 | विवरण | जानकारी |
---|---|---|
📍 | स्थान | नवाबी रोड, हल्द्वानी |
👨🍳 | व्यापारी | खीम चंद्र जोशी, जोशी गजक भंडार |
💰 | गुम राशि | ₹2,05,000 |
🍬 | गलती | कर्मचारी ने पैसे वाला डिब्बा गजक समझकर बेच दिया |
👩🦰 | ग्राहक | कुसुमखेड़ा निवासी महिला |
⏱️ | बरामदगी | तीन घंटे में पुलिस ने डिब्बा बरामद किया |
👮 | टीम | SP सिटी प्रकाश चंद्र, CCTV सेल, नेहरू कॉलोनी पुलिस |






