🔥 रीवा से हल्द्वानी तक 700 किलोमीटर का सफर… मौत की मंज़िल तक!
मध्य प्रदेश के रीवा जिले से एक ऐसा दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसने पूरे उत्तराखंड को झकझोर दिया 😢।
दो सगे भाई — शिवेश (22) और बृजेश (20) — अपने ही करीबी रिश्तेदारों की प्रताड़ना और लालच भरे व्यवहार से तंग आकर रीवा से निकलकर 700 किमी दूर हल्द्वानी पहुंचे, जहाँ दोनों ने जंगल में जाकर सल्फास खाकर अपनी जिंदगी खत्म करने की कोशिश की ☠️।
यह घटना काठगोदाम थाना क्षेत्र के भद्यूनी जंगल की है 🌲।
बुधवार शाम जब दोनों ने जहर खाया, तो स्थानीय लोगों ने उन्हें बेहोश हालत में देखा और पुलिस को सूचना दी 🚨।
दोनों को गंभीर हालत में डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया।
👉 डॉक्टरों ने बड़े भाई शिवेश को मृत घोषित कर दिया 🕯️ जबकि बृजेश की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
💔 “लाश भी रिश्तेदारों को न मिले…” — बृजेश का दर्दनाक खुलासा 😢
हल्द्वानी पुलिस पूछताछ में घायल बृजेश ने जो कहा, उसने सबको भावुक कर दिया 🥺।
उसने बताया —
“हम दोनों भाई इतने परेशान थे कि घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर हल्द्वानी आ गए। हमने तय किया कि यहीं मरेंगे, ताकि उन रिश्तेदारों को हमारी लाश भी न मिले।”
👮♀️ एसआई नीतू जोशी के अनुसार, बृजेश का बयान दर्ज कर लिया गया है।
📄 एसओ विमल मिश्रा ने बताया कि पंचनामा की कार्रवाई पूरी हो चुकी है और शनिवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
👨👩👦 माता-पिता की मौत के बाद रिश्तेदारों का अत्याचार 😠
पानीपत में नौकरी करने वाले मामा सुरेंद्र पांडे शुक्रवार को हल्द्वानी पहुंचे।
उन्होंने पुलिस को बताया —
“भांजे अपने माता-पिता की मौत के बाद अकेले पड़ गए थे। एक करीबी रिश्तेदार ने उनकी आठ एकड़ जमीन पर कब्जे की कोशिश की और लगातार धमकाने लगा। मानसिक यातना इतनी बढ़ गई कि उन्होंने मौत को गले लगा लिया।”
⚕️ बृजेश की हालत नाजुक 🏥 — अंदरूनी अंगों को गहरा नुकसान
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक,
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शिवेश ने सल्फास की अधिक मात्रा खा ली थी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई 💀।
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बृजेश ने कम मात्रा में सल्फास खाया, इसलिए वह बच गया, लेकिन उसके लिवर, किडनी और नसों को गंभीर नुकसान हुआ है 🧬।
👨⚕️ डॉक्टर ने बताया —
“बृजेश को कई बार उल्टियां कराईं गईं ताकि जहर बाहर निकले। हालत अभी नाजुक है और रिकवरी में लंबा समय लग सकता है।”
⚡ हाइलाइट्स सेक्शन (🧾 Quick Summary):
| 🧩 विवरण | 📍 जानकारी |
|---|---|
| 📍 घटना स्थान | भद्यूनी जंगल, काठगोदाम (हल्द्वानी, उत्तराखंड) 🌲 |
| 🏡 मूल निवासी | मणिकवार गांव, रीवा (मध्य प्रदेश) 🏞️ |
| 👬 पीड़ित | शिवेश (22) — मृत ⚰️, बृजेश (20) — गंभीर 🏥 |
| 💣 कारण | जमीन विवाद में रिश्तेदारों की प्रताड़ना 😠 |
| 🧑⚖️ पुलिस कार्रवाई | पंचनामा पूरा, पोस्टमार्टम शनिवार को 📜 |
| 👨⚕️ इलाज | डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी 🏥 |
| 💬 परिवार का बयान | “रिश्तेदारों ने इतना सताया कि दोनों ने मौत चुन ली” 😢 |
🧠 सोचने पर मजबूर करने वाला सच ✍️
यह घटना केवल एक पारिवारिक विवाद नहीं बल्कि रिश्तों की क्रूरता और लालच की पराकाष्ठा का उदाहरण है 💔।
दो नौजवान भाइयों ने जीवन से नहीं, बल्कि असंवेदनशील समाज से हार मानी।
यह घटना हम सबको यह सोचने पर मजबूर करती है कि कहीं हमारी संवेदनाएं भी तो मर नहीं रहीं… 🕯️
⚠️ संदेश समाज के लिए:
👉 “कोई भी दर्द इतना बड़ा नहीं होता कि जिंदगी खत्म कर दी जाए।
अगर मदद नहीं मिल रही, तो चुप मत रहिए — बात कीजिए, मदद मांगिए, और उम्मीद ज़िंदा रखिए।” 💬❤️


