📍 हल्द्वानी (उत्तराखंड) | संवाददाता रिपोर्ट
उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक होमगार्ड जवान की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई ने साइबर ठगों की पूरी चाल नाकाम कर दी।
साइबर अपराधियों ने किसी और व्यक्ति के खाते से जवान के नाम पर लाखों रुपये का फर्जी लोन लिया था।
लेकिन जैसे ही 8 लाख रुपये उनके खाते में जमा हुए — जवान ने तुरंत पूरी रकम निकालकर ठगों का गेम बिगाड़ दिया। 💥💰
⚡ Highlights (मुख्य बिंदु):
👮♂️ होमगार्ड जवान के खाते में ठगों ने लिया फर्जी लोन
💰 खाते में जमा हुए ₹8.01 लाख रुपये
⚡ जवान ने तुरंत रकम निकालकर ठगों की साजिश नाकाम की
📞 साइबर हेल्पलाइन और बैंक में दर्ज कराई शिकायत
🔍 पुलिस ने जांच शुरू की, खातों की ट्रांजेक्शन हिस्ट्री खंगाली जा रही
⚠️ साइबर अपराधों में तेजी से वृद्धि, पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने की दी सलाह
💡 पूरा मामला — ठगों ने लिया फर्जी लोन, जवान ने खेल पलट दिया 🔁
यह अनोखा मामला हल्दू पोखरा, हल्द्वानी का है।
होमगार्ड जवान सुरेंद्र सिंह ने बताया कि
उन्हें अचानक पता चला कि उनके बैंक खाते में ₹8.01 लाख रुपये जमा हुए हैं।
बैंक से जानकारी लेने पर सामने आया कि
साइबर ठगों ने किसी और व्यक्ति के नाम से उनके खाते पर लोन ट्रांसफर कराया है।
⚡ मगर सुरेंद्र सिंह ने चतुराई दिखाते हुए —
बिना देर किए पूरी राशि निकाल ली।
इससे ठगों की योजना धरी की धरी रह गई।
👮♂️ पुलिस एक्शन — साइबर ठगों की तलाश में जुटी टीम 🚓
सुरेंद्र सिंह ने तुरंत बैंक शाखा और साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई।
मामले की जांच एसपी सिटी प्रकाश चंद्र के निर्देशन में की जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया —
“साइबर अपराध के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं।
ऐसे में खाताधारकों को अपनी बैंकीय जानकारी बेहद सुरक्षित रखनी चाहिए।”
उन्होंने नागरिकों से अपील की —
“किसी भी संदिग्ध कॉल, लिंक या ट्रांजेक्शन की सूचना तुरंत पुलिस या बैंक को दें।” ⚠️
💻 साइबर ठगी से बचने के लिए एक्सपर्ट्स की अहम सलाह 🧠
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक —
🧩 1. किसी भी स्थिति में अपना बैंक अकाउंट नंबर, OTP या ATM पिन साझा न करें।
🔐 2. नियमित रूप से अपने अकाउंट बैलेंस और ट्रांजेक्शन हिस्ट्री चेक करें।
🚫 3. अज्ञात मोबाइल लिंक, ईमेल या ऐप्स पर क्लिक न करें।
📞 4. संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत 1930 या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।
💡 5. बैंक कॉल सेंटर या स्थानीय शाखा से ट्रांजेक्शन की पुष्टि कर लें।
💬 संपादकीय दृष्टिकोण (Editorial View):
सुरेंद्र सिंह की यह सूझबूझ दर्शाती है कि
साइबर अपराध के युग में जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।
जहां हजारों लोग ठगी का शिकार बनते हैं,
वहीं यह मामला एक उदाहरण है कि
सतर्कता से लाखों का नुकसान रोका जा सकता है।
सरकार और पुलिस को भी चाहिए कि
इस तरह के मामलों में जागरूकता अभियान और साइबर शिक्षा को और बढ़ावा दें।
📊 एक नजर में पूरा मामला:
🔢 | विवरण | जानकारी |
---|---|---|
👤 | पीड़ित | सुरेंद्र सिंह, होमगार्ड जवान |
📍 | स्थान | हल्दू पोखरा, हल्द्वानी |
💰 | फर्जी लोन की राशि | ₹8.01 लाख |
⚡ | जवान की कार्रवाई | पूरी राशि तुरंत निकाली |
🚓 | जांच अधिकारी | एसपी सिटी प्रकाश चंद्र |
🧩 | जांच स्थिति | पुलिस और साइबर टीम जांच में जुटी |
📞 | शिकायत | बैंक व साइबर हेल्पलाइन 1930 पर दर्ज |






