बीए, बीएससी, बीकाॅम प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले 121 छात्र-छात्राएं दो दिसंबर से होने वाली परीक्षाओं से वंचित रह सकते हैं। उन्होंने प्रवेश लेते वक्त शपथ पत्र देकर 15 दिन के भीतर टीसी, सीसी, माइग्रेशन और अन्य अभिलेख जमा करने की बात कही थी, लेकिन इसके बाद ये शैक्षिक अभिलेख जमा करना भूल गए।
छात्र-छात्राओं की लापरवाही अब उन पर ही भारी पड़ रही है। इस शिक्षा सत्र में बीएससी प्रथम सेमेस्टर में 56, बीकाॅम में 15 और बीए में 50 छात्र-छात्राओं ने प्रवेश तो ले लिए लेकिन अभिलेख जमा नहीं किए। परीक्षा विभाग ने सभी ऐसे बच्चों को चिह्नित कर लिया है। दो अक्तूबर को कुमाऊं विश्वविद्यालयों के अधीन आने वाले महाविद्यालयों में परीक्षाएं होने वाली हैं। ऐसे में इन बच्चों को परीक्षा से वंचित रहना होगा। अगर ये बच्चे ठोस कारण के साथ प्रार्थनापत्र लिखकर अभिलेख जमा करते हैं तो उन्हें परीक्षा में बैठने का मौका मिल सकता है। इन बच्चों को महाविद्यालय कई बार शैक्षिक अभिलेख जमा करने के लिए ई-मेल से सूचनाएं भी भेज चुका है। इसके बाद भी उन्होंने अभी तक अभिलेख जमा नहीं किए।
बिना प्रवेश लिए भर दिया परीक्षा फॉर्म
हल्द्वानी। एमबीपीजी कॉलेज में विभिन्न संकायों के तृतीय सेमेस्टर के 11 छात्र-छात्राएं ऐसे भी हैं जो द्वितीय सेमेस्टर में पास होकर तृतीय सेमेस्टर के लिए प्रमोट हो गए और समर्थ पोर्टल ने इनको परीक्षा आवेदन करने का मौका दे दिया। वहीं छात्रों ने पोर्टल खुलने पर परीक्षा फाॅर्म तो भर दिए मगर पूर्व में प्रवेश नहीं ले पाए।
121 छात्र-छात्राएं ऐसे हैं जिन्होंने प्रवेश तो ले लिए पर टीसी, सीसी, माइग्रेशन जमा करना भूल गए थे। इनको इस वर्ष परीक्षा से वंचित रहना पड़ सकता है।
-प्रो. एनएस बनकोटी, प्राचार्य एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी