खबर शेयर करें -

परिजनों ने बताया कि शाम को उसे अटरिया मंदिर में चल रहे मेले में जाना था और वहां से घड़ी खरीदने के लिए वह रुपये की मांग कर रहा था। मना करने पर उसने मौत को गले लगा लिया।

अजिंक्य रहाणे की तूफानी पारी में उड़ी मुंबई इंडियंस, CSK ने MI को 7 विकेट से हराया

रुद्रपुर के ट्रांजिट कैंप में रविवार को घड़ी खरीदने के लिए रुपये न मिलने पर 14 वर्षीय बालक ने आत्महत्या कर ली। उसका शव घर में गमछे के सहारे लटका हुआ मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया। उधर, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है।

यह भी पढ़ें -  खुदकुशी से पहले क्यों बन गया स्री? 22 साल का लड़का साड़ी पहन फंदे से लटका; लिपिस्टिक-काजल भी लगाया

रिश्तेदार रामदयाल ने बताया कि मच्छी मार्केट ट्रांजिट कैंप निवासी रूप चंद एक भट्टे में मजूदरी करते हैं। उनके दो बेटे और दो बेटियां है। सुबह वह अपने काम पर चले गए थे। इधर घर में पत्नी और बच्चे थे।

सुबह करीब 10 बजे उनका दूसरा बेटा विशाल कुमार(14) घड़ी खरीदने के लिए मां से रुपये मांगने की जिद करने लगा। मां ने उस समय न दे कर शाम को पैसे देने की बात की, लेकिन वह उसी समय पैसे देने की जिद करने लगा। मां के मना करने पर वह कमरे के अंदर चला गया और कुंडी लगा कर खुद को कमरे में बंद कर लिया।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी: ऑनलाइन गेमिंग ऐप से फर्जीवाड़ा करने वाले तीन गिरफ्तार

वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले रैकेट का खुलासा, दो गिरफ्तार, 624 केंद्रों पर आज इम्तिहान

अटरिया मेले से घड़ी लाने के लिए मांग रहा पैसे

कुछ देर बाद मां ने दरवाजा खटखटाया तो वह नहीं खुला। मां और उसके भाई-बहनों ने कमरे में बने झरोखे से देखा तो उसका शव कमरे में गमछे के सहारे छत से लटक रहा था। उसे देखते ही वहां मौजूद सभी लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन आसपास के लोगों ने पहुंच कर दरवाजा तोड़ा और शव को उतार कर जिला अस्पताल पहुंचे।

यह भी पढ़ें -  दिल्ली-मुंबई जाने वालों के लिए गुड न्यूज, लालकुंआ से इस दिन शुरू होगी एक और ट्रेन

वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस ने पहुंच कर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने बताया कि शाम को उसे अटरिया मंदिर में चल रहे मेले में जाना था और वहां से घड़ी खरीदने के लिए वह रुपये की मांग कर रहा था। प्रभारी सीओ ओमप्रकाश ने बताया कि बालक का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था। उसका बरेली में इलाज चल रहा था।

You missed