लालकुआं केमिस्ट क्लब की बैठक में प्रशासन और सरकार को चेतावनी, दवा विक्रेताओं की परेशानियों पर जोरदार विरोध
विस्तृत खबर लालकुआं में 14 अक्टूबर 2025 को संजीवनी मेडिकल स्टोर पर जिला अध्यक्ष श्री राजकुमार सेतिया के नेतृत्व में एवं संरक्षक श्री अनीस अहमद की अध्यक्षता में केमिस्ट क्लब की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में मुख्य रूप से मध्य प्रदेश में एक बच्चे की कफ सिरप से हुई असमय मृत्यु के बाद उत्तराखंड में फुटकर दवा विक्रेताओं पर ड्रग विभाग, पुलिस और अन्य विभागों द्वारा की जा रही बार-बार की प्रताड़ना विषय पर विस्तार से चर्चा की गई।बैठक में यह निर्णय लिया गया कि प्रशासन की इस प्रताड़ना के विरोध में लालकुआं एवं बिंदुखाता के समस्त मेडिकल स्टोर स्वामी एकजुट होकर पूर्ण समर्थन देंगे और एक साथ आवाज उठाएंगे। बैठक में प्रदेश में हुई बच्चों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी एवं कानूनी कार्रवाई की मांग भी उठाई गई।
केमिस्ट एसोसिएशन ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने बार-बार विक्रेताओं को परेशान करना जारी रखा तो वे प्रदेशव्यापी और देशव्यापी आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि बाजार में जिस दवा का प्रतिबंध है उसे कंपनी को ही रोकना चाहिए, न कि फुटकर विक्रेता को परेशान किया जाए।कुछ फार्मासिस्टों ने कहा कि कई बार उन्हें कम दवा देने का दबाव बनाया जाता है, जबकि लाइसेंस दवा बेचने का दिया जाता है। कुछ फार्मासिस्टों ने तो यह तक कहा कि प्रशासन हमारे मेडिकल स्टोर पर ताला लगा दे और हमें नौकरी दे, क्योंकि बार-बार की प्रताड़ना से बेहतर है कि हमें रोजगार दिया जाए।बैठक में डॉ. राजकुमार सेतिया (जिला अध्यक्ष), आशीष भाटिया (महामंत्री), हरीश बीशोती, अनीश अहमद, अनिल गिरधर, फार्मासिस्ट पूरन बोरा, विनायक मेडिकल स्टोर के फार्मासिस्ट पंकज शर्मा, फार्मासिस्ट नीरज जोशी, फार्मासिस्ट अर्पित बीशोती (संजीवनी मेडिकल स्टोर), फार्मासिस्ट राजकरण सेतिया, फार्मासिस्ट पंकज पांडे गोधन सिंह बोरा,अनवर अली, अवंतिका मेडिकल सहित कई अन्य मेडिकल स्टोर स्वामी और फार्मासिस्ट शामिल थे।बैठक में जोर देकर कहा गया कि सरकार और प्रशासन को तुरंत दवा विक्रेताओं के हकों की रक्षा करनी होगी और व्यवसाय करने में किसी प्रकार की बाधा नहीं डालनी चाहिए।
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यदि ऐसा नहीं किया गया तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।यह बैठक मेडिकल स्टोर के छोटे व्यवसायियों के लिए एक चेतावनी और संघर्ष का संदेश है कि वे अपने हक के लिए हमेशा खड़े रहेंगे और बिना अनुमति उनके व्यवसाय को कम नहीं होने देंगे।