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हल्द्वानी : मंदिर के दीपक ने एक 95 साल की महिला की जान ले ली। वो रोज की तरह घर से मंदिर पूजा करने गई थी। पूजन के दौरान मंदिर में रखे दीपक की लौ वृद्धा की साड़ी में लग गई और कुछ ही देर में वृद्धा धू-धूकर जलने लगी। दो दिन तक उसने जिंदगी और मौत से संघर्ष किया और मंगलवार को उसकी डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में मौत हो गई।

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शक्तिफार्म नंबर तीन सितारगंज ऊधम सिंह नगर निवासी 95 वर्षीय आशालता मंडल यहां परिवार के साथ रहती थी। घर के पास ही एक मंदिर है, जहां वह रोज पूजा करने जाती थी। परिजनों के मुताबिक बीते सोमवार को भी वह घर से पूजा करने मंदिर गईं थी। जहां वह पूजा कर रहीं थी, पास में ही दीपक जल रहा था। उन्होंने ध्यान नहीं दिया और इसी बीच दीपक की लौ उनकी साड़ी तक पहुंच गई।

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वह कुछ समझ पातीं, तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया। उनके चीखने पर परिजन घर से लौटे और किसी तरह आग पर काबू पाया। आनन-फानन में उन्हें सितारगंज अस्पताल ले जाया गया। जहां हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने उन्हें डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय रेफर कर दिया। यहां उपचार के दौरान मंगलवार रात उनकी मौत हो गई।