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11 जून की रात गांव के रास्ते पर पंकज का शव ट्रैक्टर-ट्राॅली के पास पड़ा मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। अगले दिन परिजनों व ग्रामीणों ने कोतवाली पहुंचकर गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए घेराव किया था।

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रुड़की के बेलड़ा गांव में बवाल प्रकरण में एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष के निर्देश के बाद अनुसूचित जाति की महिला की तहरीर पर अब मुकदमा दर्ज हुआ है। महिला ने 36 नामजद ग्रामीण और अज्ञात पुलिसकर्मियों पर डकैती, उत्पीड़न व छेड़खानी समेत कई आरोप लगाए हैं।

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सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित बेलड़ा गांव में 11 जून की रात गांव के रास्ते पर पंकज का शव ट्रैक्टर-ट्राॅली के पास पड़ा मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। अगले दिन परिजनों व ग्रामीणों ने कोतवाली पहुंचकर गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए घेराव किया था। शाम को शव गांव लाने पर जमकर हंगामा हुआ था।

उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग कर दो घरों में तोड़फोड़ करते हुए लूटपाट की थी। इसमें दो इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पंकज की मौत की वजह हादसा होना आया था।

इस मामले में पुलिस की ओर से अलग-अलग पांच केस दर्ज किए गए थे। मामले में रविवार को एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने गांव में पहुंचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात कर अनुसूचित जाति के लोगों जानकारी ली थी।

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इस बीच एक महिला ने अध्यक्ष को बताया था कि 12 जून की शाम को वह बच्चों के साथ घर में बैठी थी। इसी दौरान दूसरी बिरादरी के कई लोग पुलिस के साथ घर में घुस आए और मारपीट करते हुए तोड़फोड़ कर दी थी। उन्होंने छेड़खानी और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल भी किया था। साथ ही घर में ट्रैक्टर बेचकर रखी डेढ़ लाख की नकदी भी लूट ली थी।

इस पर आयोग के अध्यक्ष ने एसएसपी अजय सिंह को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। आयोग के अध्यक्ष के निर्देश पर पुलिस ने महिला की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच में जो भी बात सामने आएगी, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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इन पर दर्ज हुआ है केस

सचिन, विकास, सतेंद्र, रविश, सुनील, विपुल, महेंद्र, सुरेश, अंकुर, दीक्षित, बिजेंद्र, मांगेराम, हिमांशु, कल्लू, सागर, कार्तिक, टिंकू, कंवरपाल, मिथुन, सुमित, गुलशन, हरेंद्र, गजेंद्र, सनोज, इंद्रपाल, सुनील, मैनपाल, मनीष, परमेश, गौरव, अतुल, सागर, वंश, प्रियांश, दीपक, आशीष और अज्ञात पुलिसकर्मी।

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