बिंदुखत्ता निवासी दीपक रावत पत्नी के इलाज के लिए हल्द्वानी बेस अस्पताल आए थे, लेकिन यहां उनके साथ सड़क पर बड़ी लूटपाट हो गई। दीपक ने बताया कि कुछ शातिर युवकों ने उन्हें नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया और उनके 19 हजार रुपये, मोबाइल फोन एवं पर्स लूट लिए।पीड़ित युवक ने पुलिस को कई बार मामले की शिकायत देने की कोशिश की, लेकिन कोतवाली और भोटिया पड़ाव चौकी में उनको लुका-छिपी का शिकार होना पड़ा। दीपक का आरोप है कि कोतवाली की महिला दरोगा ने उनकी तहरीर लेने से लगातार मना कर भोटिया पड़ाव भेजा, जहां पर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।कोतवाल अमरचंद्र शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी। पीड़ित युवक बेहद परेशान और असमंजस में है क्योंकि न्याय के लिए वह दिनभर कोतवाली के चक्कर काटता रहा।यह मामला न सिर्फ एक लूट का है, बल्कि पुलिस कार्रवाई की अनदेखी व लापरवाही का भी उदाहरण है, जो कि आम नागरिकों के लिए चिंता का विषय है।