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भाजपा पार्टी अपने अनुशासन के लिए जानी जाती है। लेकिन एक मामला ऐसा आया जिसमें पार्टी की जमकर हंसी उड़ाई जा रही है। चाहिए ये खबर आपको विस्तार से बताते चलते हैं…भाजपा पार्टी का एक अजब-गजब मामला सामने आया है जो सोशल मीडिया जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल चुनाव लड़ने के लिए उम्र 21 साल होनी चाहिए, लेकिन फैजान अभी साढ़े 19 साल का ही है। जिसके चलते नामांकन नहीं हो सका। चुनाव मैदान में उतारे गए प्रत्याशी की उम्र का पता न होना तथा बिना दस्तावेजों के टिकट दिए जाने पर भाजपा के पर्यवेक्षकों पर भी सवाल उठ रहे हैं।

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रविवार को प्रत्याशी पहुंचा नामांकन कराने

नगर निकाय चुनाव में रविवार को एक ऐसा प्रत्याशी भी नामांकन कराने पहुंच गया, जिसकी उम्र चुनाव लड़ने योग्य थी ही नहीं। चौंकाने वाली बात यह रही कि यह प्रत्याशी भाजपा ने मैदान में उतारा था। लेकिन टिकट देने समय उसकी उम्र का ध्यान नहीं रखा गया। आनन फानन में दूसरा प्रत्याशी खड़ा किया गया। नगर निकाय चुनाव में यह मामला वार्ड नंबर 15 किदवई नगर की ओबीसी सीट का है। भाजपा ने बीते शनिवार को हल्द्वानी के 51 वार्डों के लिए पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। इसमें किदवई नगर से फैजान अली को चुनाव मैदान में उतारा गया था। लेकिन फैजान नामांकन ही नहीं कर सके। फैजान के पिता असगर अली ने बताया कि उनका बेटा मैकेनिकल इंजीनियर है। उन्होंने भाजपा से बेटे के लिए टिकट का आवेदन किया था। बेटे को टिकट मिल भी गया था। रविवार को वह नामांकन कराने पहुंचे थे। मगर जब फैजान की उम्र पूछी गई, तब पता चला कि वह चुनाव नहीं लड़ सकता है। जिसके चलते नामांकन नहीं हो सका।

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भाजपा के पर्यवेक्षकों पर उठाए सवाल

चुनाव मैदान में उतारे गए प्रत्याशी की उम्र का पता न होना तथा बिना दस्तावेजों के टिकट दिए जाने पर भाजपा के पर्यवेक्षकों पर भी सवाल उठ रहे हैं। तहसीलदार सचिन कुमार ने बताया कि चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार की उम्र 21 साल पूरी होनी आवश्यक है।