बसपा अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तराखंड में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसे लेकर शनिवार को उत्तराखंड के पदाधिकारियों के साथ की बैठक हुई।
मायावती ने कहा कि उत्तराखंड में भी बसपा सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उत्तर प्रदेश की तरह ही उत्तराखंड के लोगों को बसपा से काफी उम्मीदें हैं। इसलिए उम्मीदवारों का चयन भी सोच-समझ कर किया जा रहा है। मायावती ने कहा कि उम्मीदवारों का चुनाव जीतना ही काफी नहीं बल्कि उसके बाद प्रदेश में पार्टी की गतिविधियों को बढ़ाने व वफादारी जरूरी है।
उन्होंने उत्तराखंड सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली जन कल्याण और प्रदेश का विकास नहीं बल्कि सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाली है। हाल ही में हल्द्वानी की घटना इसका ताजा उदाहरण है। उन्होंने नेताओं को पार्टी का जनाधार बढ़ाने की हिदायत दी। साथ ही कहा कि उम्मीदवारों के चयन में राजनैतिक समीकरणों के साथ पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने वाले नेताओं को तवज्जो दी जाएगी।
उत्तराखंड को दो भागों में विभाजित करके गठित की गई कार्यकारिणी के पदाधिकारियों व जिला अध्यक्षों से उन्होंने कहा कि प्रदेश में शांति व सुरक्षा में सरकार द्वारा बरती जा रही लापरवाहियों पर पर्दा डालने के लिए राज्य में सौहार्द के माहौल को बिगाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार की तरह ही मौजूदा भाजपा सरकार भी राष्ट्रीय समस्याओं को हल कर पाने में विफल साबित हुई है। कम काम करके ज्यादा का ¨ढढोरा पीटने के कारण लोगों का जीवन कष्टदायी बना हुआ है।