पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी (सेनि.) के पौड़ी स्थित पैतृक आवास पर एक बार फिर भाजपा का झंडा लहराने लगा है। 2019 के लोस चुनाव में जब जनरल के बेटे मनीष खंडूड़ी ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा तो उनके पैतृक घर पर 28 साल बाद झंडा बदल गया था।
कांग्रेस की यह पताका तब तक लहराती रही जब तक की मनीष ने पार्टी से नाता नहीं तोड़ दिया। पिछले दिनों ही मनीष खंडूड़ी ने कांग्रेस का हाथ झटक कर भाजपा का दामन थाम लिया है।
पौड़ी के विकास मार्ग पर स्थित जनरल खंडूड़ी का पैतृक आवास 60 के दशक से ही क्षेत्रीय राजनीति का केंद्र रहा। पूर्व सीएम खंडूड़ी की मां दुर्गा देवी अपने जीवनकाल में हमेशा ही कांग्रेस से जुड़ी रहीं। कांग्रेस से उनका लगाव अपने भाई हिमालय पुत्र व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री रहे स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा के कांग्रेस में होने के चलते भी रहा था।
एक दौर वो भी आया, जब बहुगुणा ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। तब कुछ समय के लिए इस भवन से कांग्रेस का झंडा गायब रहा, लेकिन उनकी फिर से कांग्रेस में वापसी के साथ ही कांग्रेस का झंडा दोबारा इस घर की शान बन गया। जनरल खंडूड़ी की मां जब तक जीवित रहीं, उनके आवास पर कांग्रेसी झंडा ही लहराया।
एचएन बहुगुणा के निधन के बाद उनके भांजे मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी सेना से सेवानिवृत्ति होने के बाद वर्ष 1991 में भाजपा में शामिल होकर परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया। जिसके बाद उनके घर पर फरवरी 2019 तक निरंतर भाजपा का झंडा लहराया।