खबर शेयर करें -

गौलापार के सुंदरपुर रैक्वाल में जमीन के सौदे में 23 लोगों के साथ धोखाधड़ी का मामला मंडलायुक्त दीपक रावत के समक्ष आया। शनिवार को मिनी स्टेडियम रोड स्थित कैंप कार्यालय में जन समस्याओं की सुनवाई करते हुए, मंडलायुक्त ने अधिकांश समस्याओं का मौके पर समाधान किया।

शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने दीपांशु बेलवाल से अलग-अलग प्लॉट खरीदे थे, जिसके लिए लगभग 2 करोड़ रुपये बेलवाल और सहखातेदार कमल बुढलाकोटी के खातों में हस्तांतरित किए गए। जब वे दाखिल खारिज कराने पहुंचे, तो उन्हें जानकारी मिली कि बेलवाल के हिस्से में जमीन ही नहीं है।

यह भी पढ़ें -  बिंदुखत्ता : सेल्फी प्वाइंट में फोटो खींच कर राजस्व गांव मांग रहे है बिंदुखत्ता के लोग, उत्तरायणी मेलों में आकर्षण का केंद्र बन रहा सेल्फी प्वाइंट

मंडलायुक्त ने तहसीलदार सचिन कुमार और सब रजिस्ट्रार भावना पंत को बुलाकर इस मामले की जांच की। तहसीलदार ने बताया कि बेलवाल ने जो भूमि बेची, वह खतौनी में शेष नहीं थी। मंडलायुक्त ने विक्रेता को सभी क्रेताओं से राशि वापस करने या भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, अन्यथा लैंड फ्रॉड एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी।

यह भी पढ़ें -  सास की हत्या के आरोप में पुलिस ने बहू को किया गिरफ्तार, प्रेमी भी अरेस्ट

इसके अलावा, गौजाजाली क्षेत्रवासियों ने बाईपास पर ट्रंचिंग ग्राउंड में आग लगाने की घटना की शिकायत की, जिससे धुएं से लोगों को समस्या हो रही है। मंडलायुक्त ने इस मामले में मुख्य नगर आयुक्त को स्थलीय निरीक्षण और सीसीटीवी लगाने के निर्देश दिए।

दिनेशपुर के निवासियों ने नालियों की सफाई न होने से उत्पन्न समस्याओं की ओर ध्यान दिलाया। मंडलायुक्त ने दिनेशपुर के ईओ को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी : पैरों से साफ कर रहे थे समोसे के आलू, वीडियो वायरल होते ही दुकान बंद

महत्वपूर्ण सुझाव  
मंडलायुक्त रावत ने नागरिकों को सलाह दी कि जमीन खरीदने से पूर्व राजस्व विभाग से जमीन की जांच अवश्य कराएं। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों के साथ पूरी जानकारी लेकर शिकायत करने से समय की बचत होगी और भविष्य में समस्याओं से बचा जा सकेगा। इस बैठक में जिला विकास प्राधिकरण के सचिव विजय नाथ शुक्ल, एसडीएम परितोष वर्मा भी मौजूद रहे।