आईसीएससी बोर्ड के कक्षा-दो की अंग्रेजी की किताब के एक पाठ में माता-पिता की जगह अम्मी-अब्बू शब्द छपे हैं। इस पर एक अभिभावक ने जिलाधिकारी के पास पहुंच आपत्ति जाहिर कर दी। अभिभावक ने डीएम से कहा कि ऐसे पाठ को हटाया जाए या फिर उसके शब्द अंग्रेजी भाषा के हिसाब से मदर-फादर लिखे जाएं।
अंग्रेजी की किताब में छपे शब्द अम्मी-अब्बू को लेकर विवाद छिड़ गया है। अभिभावक की शिकायत पर डीएम ने जांच के आदेश दे दिए। हरकत में आए मुख्य शिक्षा अधिकारी ने निर्देश मिलने के बाद किताब का वह पाठ पढ़ा। उनका कहना है कि यह एक कहानी है। इसका पात्र आमिर अम्मी-अब्बू संबोधित कर रहा है।
दरअसल, आईसीएससी बोर्ड के कक्षा-दो की अंग्रेजी की किताब के एक पाठ में माता-पिता की जगह अम्मी-अब्बू शब्द छपे हैं। इस पर एक अभिभावक ने जिलाधिकारी के पास पहुंच आपत्ति जाहिर कर दी। अभिभावक मनीष मित्तल ने जिलाधिकारी सोनिका से कहा कि उनका बच्चा अचानक अम्मी और अब्बू बोलने लगा है।
पूछने पर पता चला कि उसकी किताब में ऐसा छपा है। अभिभावक ने डीएम से कहा कि ऐसे पाठ को हटाया जाए या फिर उसके शब्द अंग्रेजी भाषा के हिसाब से मदर-फादर लिखे जाएं। शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारी सोनिया ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को जांच सौंप दी। प्रारंंभिक जांच में मिले तथ्यों के हवाले से मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार ने कहा कि उन्होंने किताब का वह पाठ पढ़ लिया है। उसमें पात्र आमिर अम्मी-अब्बू बोल रहा है।
अकादमिक परीक्षण करवाया जा रहा
इन शब्दों को समझने के लिए अम्मी और अब्बू का भावार्थ भी बताया गया है। इसके अलावा, कक्षा दो की गुलमोहर नाम की किताब के एक पाठ में अम्मी और अब्बू की जगह मम्मी और पापा लिखा है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अब इसकी अकादमिक परीक्षण करवाया जा रहा है।
मामले की जानकारी मिलते ही विवादित पाठ को पढ़ा। बुधवार को इसकी शिकायत लेकर हिंदू वाहिनी के लोग भी आए थे। शब्दों को लेकर आईसीएससी बोर्ड से भी बात की जाएगी। कुछ स्कूलों की प्रिंसिपल को बुलाकर एक मीटिंग भी करेंगे।
– प्रदीप कुमार, मुख्य शिक्षा अधिकारी, देहरादून