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दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में लड़की की मौत मामले में परिवार ने रेप के बाद हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने इस पूरे केस की तुलना निर्भया कांड से की है. परिजनों का कहना है कि ये हादसा नहीं है. बल्कि दरिंदगी के बाद हत्या की गई है. उन्होंने कहा कि बेटी ही घर में अकेली कमाने वाली थी. मां की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं

दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में लड़की की दिलदहला देने वाली मौत का मामला गरमा गया है. लड़की के परिजनों ने इसे हादसा नहीं, बल्कि रेप के बाद हत्या करने का मामला बताया है. परिवार का आरोप है कि ये पूरा केस निर्भया कांड की तरह है. मृतक लड़की की मां और मामा ने आजतक से बातचीत की है. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस आरोपियों को बचा रही है. उन्होंने बेटी के साथ हादसा होने की बात से पूरी तरह इनकार कर दिया है. परिजनों का कहना है कि बेटी के शरीर पर एक कपड़ा तक नहीं था. पुलिस को इस पूरे मामले में गहनता से जांच करने की जरूरत है.

मां ने कहा कि उनकी बेटी घर में अकेली कमाने वाली थी. पिता का 8 साल पहले निधन हो गया था. घर में दो और बहनें हैं. दो छोटे भाई भी हैं. एक बड़ी बहन की शादी हो गई है. मां ने बताया कि 31 दिसंबर की शाम करीब 6 बजे बेटी घर से यह कहकर निकली थी कि उसे पार्टी (ईवेंट कंपनी) का कोई काम है. रात 9 बजे बेटी ने घर फोन किया और कहा कि रात का काम है, इसलिए अब सुबह तक ही आ पाएगी. अभी काम खत्म नहीं हुआ है.

‘पुलिस ने सुबह एक्सीडेंट होने की सूचना दी’

उसके बाद मां ने रात 10 बजे फोन किया, लेकिन बंद जा रहा था, जिसकी वजह से संपर्क नहीं हो पाया. मां रात में दवा खाकर सो गई. सुबह साढ़े सात बजे दिल्ली पुलिस ने फोन करके दुर्घटना के बारे में बताया. पुलिस ने पहले मां से बेटी के बारे में पूछा तो उन्होंने काम पर जाने की जानकारी दी. पुलिस ने एक्सीडेंट होने की सूचना दी और थाने बुलाया. घर में कोई वाहन नहीं होने पर पुलिस ने गाड़ी भेजी.

‘घर में अकेली कमाने वाली थी बेटी’

मां ने बताया कि मेरी दोनों किडनी खराब हैं. घर का गुजारा करने वाली सिर्फ बेटी ही थी. घर में कोई और कमाने वाला नहीं है. मैं यहां मायके में रहती हूं. ससुराल में टूटा घर है. बेटी का रात 10 बजे के बाद से फोन स्विच ऑफ था. उन्होंने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए और कहा- अगर कुछ गलत नहीं हुआ होता तो बेटी ऐसी हालत में नहीं मिलती. सड़क पर घिसटने से कपड़ा छिलता है, लेकिन बेटी पूरी तरह नग्न अवस्था में पाई गई है. उसके बदन पर एक कपड़ा नहीं था. बेटी के साथ रेप किया गया, उसके बाद हत्या करके सड़क पर फेंक दिया. ताकि देखने से एक्सीडेंट की तरह लगे.

‘ये पूरा केस निर्भया से मिलता-जुलता’

वहीं, मामा ने कहा कि मैं पुलिस की कार्रवाई से सहमत नहीं हूं. डीसीपी ने कहा था कि आरोपी लड़कों ने कुछ गलत नहीं किया है. इतना बड़ा हादसा होने के बाद कुछ गलत नहीं किया? ये केस निर्भया से मिलता-जुलता है. हम 100 प्रतिशत कह सकते हैं कि बेटी के साथ गलत हुआ है. स्कूटी कहीं मिली है और बॉडी किसी दूसरी जगह से बरामद की गई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में देरी लगेगी. इस बीच, कार्रवाई में ढिलाई हो सकती है.

‘लड़कियां कहीं सुरक्षित नहीं हैं’

मामा ने आगे कहा कि इतनी बड़ी घटना सड़क पर हुई है और पुलिस को पता नहीं चल पाया. पुलिस आसपास कहीं नहीं थी. एक पीसीआर से कुछ नहीं होता है. लड़कियां कहीं से सुरक्षित नहीं हैं. परिवार को मौके पर तक नहीं लेकर गए.

पुलिस वालों ने नहीं दिखाई दिलचस्पी: चश्मदीद का दावा

वहीं, इस हादसे का एक चश्मदीद सामने आया है. दीपक नाम के युवक ने दावा किया है कि हादसे के बाद वो सुबह 5 बजे तक पुलिस के संपर्क में रहा, कोई मौके पर नहीं आया. दीपक ने कहा- उसने बेगमपुर तक बलेनो कार का पीछा किया. आरोप है कि पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस ने रिस्पॉन्स नहीं दिया और केस के बारे में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. दीपक का दावा है कि शव के उलझने तक कार इधर-उधर दौड़ती रही. शव गिरने के बाद आरोपी मौके से भाग गए. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार कार सामान्य गति में थी और देखने से लग रहा था कि वे होश में हैं. दीपक का कहना था कि वो लगभग 3.15 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उन्होंने एक कार को आते देखा. पीछे के पहियों से जोर की आवाज आ रही थी.

क्या है पूरा मामला

दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में नए साल के जश्न के बीच स्कूटी सवार लड़की की दर्दनाक मौत हो गई. सड़क पर पहले कार सवार युवकों ने लड़की को टक्कर मारी, फिर करीब 4 किमी तक घसीटते हुए ले गए. घटना में लड़की की मौत हो गई. ये घटना सुल्तानपुरी में हुई और कार सवार पांचों युवक लड़की को घसीटते हुए कंझावला तक लेकर गए. लड़की के शरीर से सारे कपड़े तक अलग हो गए थे. लड़की का पूरा शरीर क्षति-विक्षत हो गया था. दोनों पैर तक कट गए थे.

दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में नए साल के पहले दिन हुए सड़क हादसे ने हर किसी को खौफजदा कर दिया है. बलेनो कार में सवार कुछ लड़कों ने एक लड़की की स्कूटी को टक्कर मार दी और फिर उसे कई किलोमीटर तक घसीटते हुए ले गए. हादसे में लड़की की मौत हो गई और उसका शव कंझावला इलाके में बिना कपड़ों के पाया गया. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को पकड़ लिया है. लड़की की उम्र 20 साल बताई जा रही है.

पुलिस ने लगाईं जमानती धाराएं

दिल्ली में इस दरिंदगी के बाद लड़की के परिवार वालों ने बलात्कार की आशंका जताई है. परिवार का कहना है कि वह घर में अकेली कमाने वाली थी. इस केस में पुलिस ने 279 और 304A की धारा लगाई है. ये दोनों धाराएं जमानती हैं. यानी थाने से आरोपियों की जमानत हो जाएगी. जानकारों के मुताबिक पांचों लड़कों पर 304 की धारा लगनी चाहिए थी, क्योंकि लड़की का एक्सीडेंट करने के बाद वे रुके नहीं और उसको गाड़ी के नीचे घसीटते हुए ले गए. दूसरी ओर पुलिस ने रेप या यौन शोषण की बात से इनकार किया है. पुलिस ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऐसी खबरें झूठी हैं और फेक न्यूज फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

नए साल का जश्न मनाने निकले लड़कों ने पुलिस के सामने दावा किया कि उनकी गाड़ी में म्यूजिक इतना लाऊड था कि पता ही नहीं चला कि कब उनकी गाड़ी की टक्कर स्कूटी से हो गई और लड़की 10-12 किलोमीटर तक घिसटती हुई चली गई. हालांकि पुलिस उनके इस दावे की भी जांच कर रही है. लेकिन जिस दिल्ली पुलिस ने नए साल में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को पकड़ने के लिए हज़ारों पुलिस कर्मियों को सड़क पर उतार दिया था, उसी पुलिस पर अब सवाल खड़े हो रहे है कि चप्पे-चप्पे पर पुलिस होने का दावा करने वाली दिल्ली पुलिस उस 10 से 12 किलोमीटर की सड़क पर क्यों नहीं थी जहां लड़की को गाड़ी के नीचे घसीटा गया.

लड़की शादियों में पार्ट टाइम जॉब करती थी. 1 जनवरी की सुबह 3.24 बजे पुलिस को जानकारी मिली कि  कुतुबगढ़ की ओर एक बलेनो कार जा रही है, जिसमें एक बॉडी बंधी हुई है और वह नीचे लटक रही है. कॉल करने वाले ने पुलिस को कार का नंबर भी बताया. इसके बाद 4.11 बजे कार को ट्रेस कर आरोपियों को पकड़ लिया गया.