तीन साल के बच्चे के अपहरण की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मामले में सनसनीखेज खुलासा है. पुलिस ने बताया कि सौतेले पिता ने ही बेटे को उसकी मां से चुराकर एक महिला के हाथ बेच दिया था. पुलिस ने बच्चा खरीदने वाली महिला और आरोपी सौतेले पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
उत्तर प्रदेश की गाजीपुर पुलिस ने तीन साल के बच्चे के अपहरण की गुत्थी 48 घंटे में सुलझा ली. बच्चे को बरामद भी कर लिया है. पुलिस ने बताया कि बच्चे की मां की शिकायत पर लापता होने की एफआईआर दर्ज की गई थी. खोजबीन और सर्विलांस की मदद से मामले का खुलासा हुआ है. बच्चे को उसके पिता ने एक महिला के हाथ बेच दिया था.
कानपुर के रहने वाले संजय यादव ने एक महीने पहले विधवा महिला नीलम बिंद से शादी की थी. महिला का एक बेटा भी है. जिसे सौतेले पिता ने एक महिला के हाथ बेच दिया था. इसके बाद उसकी मां ने शहर कोतवाली पुलिस स्टेशन में बच्चे के गायब होने की एफआईआर कराई थी.
पकड़े जाने पर महिला ने कुबूली ये बात
मामला सदर कोतवाली थाना क्षेत्र का है. एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने बताया कि खोजबीन और पुलिस सर्विलांस की मदद से मामले का खुलासा हुआ. इस दौरान उस महिला को भी पकड़ा गया, जिसने बच्चे को खरीदा था. उसकी पहचान शशिबाला के रूप में हुई.
आरोपी की क्राइम हिस्ट्री खंगाल रही पुलिस
उसने बताया कि संजय यादव के सौतेले बेटे को उसने 65 हजार रुपये देकर खरीदा था. पुलिस के मुताबिक, आरोपी संजय यादव को महराजगंज थाना के रेलवे क्रॉसिंग से शनिवार को गिरफ्तार किया गया. तलाशी के दौरान उसके पास से 65 हजार रुपये बरामद किए गए.
गिरफ्तारी और बरामदगी के आधार पर आरोपी के खिलाफ एफआईआर में आईपीसी की धारा-370 बढ़ाई गई है. साथ ही पुलिस उसका आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है. फिलहाल, आरोपी पिता और बच्चा खरीदने वाली महिला दोनों को जेल भेज दिया गया है.