पाकिस्तान में पेट्रोल-डीजल समेत सभी चीजों की बढ़ती महंगाई से आम जनता बुरी तरह परेशान है. शहबाज शरीफ को सूझ नहीं रहा कि वह इस महंगाई से कैसे निपटे. भारत की देखादेखी शरीफ सरकार ने भी अपने प्रतिनिधिमंडल को रूस (Russia) भेजा और भारत की तरह सस्ता तेल (Cheap Russian Oil) देने का आग्रह किया. लेकिन उसे रूस ने बड़ा झटका दे दिया. रूस ने पाकिस्तान(Pakistan) की मांग को ठुकरा दिया और कहा कि वह बाकी देशों को बेचे जाने वाली कीमत पर उसे अपना तेल बेचेगा.
29 नवंबर को रूस गया था पाकिस्तानी डेलीगेशन
रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान (Pakistan) के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल 29 नवंबर को रूस (Russia) गया था. इस प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को रूस के अधिकारियों के साथ बातचीत में सस्ता तेल देने का आग्रह किया. पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि उन्हें भी भारत की तरह दाम में 40 प्रतिशत रियायत के साथ तेल दिया जाना चाहिए. रूसी अधिकारियों ने पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की बात ध्यान से सुनी लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. गुरुवार को रूसी अधिकारियों ने भारत की तरह तेल की कीमतों में 40 प्रतिशत छूट की मांग ठुकरा दी.
भारत की तरह सस्ता तेल पाने की मांग नहीं हुई पूरी
रूस ने पाकिस्तानी डेलीगेशन (Pakistan) को साफ कहा कि जिस कीमत पर वह दूसरे देशों को अपना तेल (Cheap Russian Oil) बेचता है, उसी कीमत पर पाकिस्तान को भी देगा. लेकिन रूस (Russia) ने सस्ता तेल देने की पाकिस्तान की मांग पर विचार करने का भी आश्वासन दे दिया. कहा कि वह डिप्लोमेटिक तरीके से इस बारे में उसे अवगत करवा देगा. रूस की ओर से मांग ठुकराए जाने के बाद निराश डेलीगेशन पाकिस्तान वापस लौट आया.
भारत की स्मार्ट रणनीति से पाकिस्तानी नेता परेशान
बताते चलें कि पाकिस्तान (Pakistan) इस समय पेट्रोल-डीजल समेत सभी चीजों की की महंगाई से जूझ रहा है. पाकिस्तानी डेलीगेशन को उम्मीद थी कि भारत की तरह उसे भी 40 प्रतिशत रियायती दर पर तेल मिलने से उसकी अर्थव्यवस्था को कुछ मदद मिल जाएगी. लेकिन उसकी यह चाहत पूरी नहीं हुई. वहीं भारत न केवल रूस से सस्ता तेल खरीदकर महंगाई के बोझ से बचा हुआ है बल्कि रूसी तेल से वैक्यूम गैसोलीन (VGO) बनाकर उसे अमेरिका और पश्चिमी देशों को निर्यात कर जमकर विदेशी मुद्रा भी कमा रहा है. भारत की इस स्मार्ट रणनीति से पाकिस्तानी नेता बौखलाए हुए हैं.