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सैलानियों की आवाजाही बढ़ने से रविवार को दोपहर से शाम तक भीमताल से रानीबाग पुल तक जगह जगह जाम में वाहन फंस गए। इससे सैलानियों और यात्रियों को घंटों परेशान होना पड़ा। वहीं कैंची में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।

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सैलानियों की आवाजाही बढ़ने से रविवार को दोपहर से शाम तक भीमताल से रानीबाग पुल तक जगह जगह जाम में वाहन फंस गए। इससे सैलानियों और यात्रियों को घंटों परेशान होना पड़ा। वहीं कैंची में सैकड़ों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा नीब करौरी महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद लिया।

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सुबह से ही पर्यटकों के वाहन भीमताल, सातताल, नौकुचियाताल, रामगढ़, मुक्तेश्वर और भवाली की ओर जाने लगे। जैसे-जैसे वाहनों की संख्या बढ़ती गई वैसे ही जाम में वाहन फंसने लगे। इधर श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते कैंची में भी जाम की समस्या बनी रही। हालांकि पुलिस ने वाहन को पार्किंग में लगाकर जाम खोलकर यातायात सुचारू किया।

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पर्यटकों की आवाजाही से चहल पहल देखने को मिली जिससे पर्यटन कारोबारियों का कारोबार भी अच्छा रहा। लेकिन भीमताल के तिकोनिया और तल्लीताल मार्ग में सैलानियों के वाहनों के सड़क किनारे खड़े होने से सड़क पर लंबा जाम लगा रहा। सड़क पर जाम लगा देख बहुत से सैलानी जाम खोलने में लगे रहे। स्थानीय लोगों ने कहा कि झील किनारे जगह-जगह खोले गए बोट स्टैंडों के चलते भी जाम की समस्या बनी हुई है।

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वहीं शाम पांच बजे बाद सलड़ी से रानीबाग तक वाहनों की लंबी कतार लगने से सैलानियों को डेढ़ घंटे से अधिक जाम में फंसे रहना पड़ा। इधर कैंची में सैलानियों की आवाजाही देख क्वारब से बड़े वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए वाहनों को खैरना और क्वारब के पास रोके रखा। इधर, ज्योलीकोट-नैनीताल मार्ग पर भी रानीबाग तक जाम की स्थिति देर शाम तक बनी रही और सैलानियों को परेशान होना पड़ा।

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