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जयपुर पुलिस ने एक ऐसे पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है, जिसने बेटे की चाहत में एक बच्चे का अपहरण कर लिया. गिरफ्तार आरोपी रमेश और पायल है. उसने 4 दिन पहले दुर्गापुरा पुलिया के पास खेल रहे 9 माह के मासूम को अपहरण कर अपने साथ ले गया.

इसके बाद उसे नए कपड़े और खिलौने भी दिलाया. फिर दिल्ली शिफ्ट होने का प्लान तैयार कर लिया. मगर, पुलिस की एंट्री से सारी प्लानिंग धरी रह गई.

दरअसल, गिरफ्तार आरोपी रमेश की पायल दूसरी पत्नी है, जिसके एक भी बच्चा नहीं है. जबकि रमेश की पहली पत्नी के 4 बेटियां है. इसलिए बेटे की चाहत में रमेश ने पायल के साथ नाता प्रथा से दूसरी शादी रचाई. लेकिन 7 साल बीत जाने के बावजूद लड़का नहीं हुआ. इसी बीच रमेश ने आईवीएफ तकनीक से भी बच्चा करने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाया.

‘बच्चे के अपहरण करने का तैयार किया प्लान’

इसके बाद 2 बार लड़का गोद लेने की भी कोशिश की. लेकिन नाकाम रहा. ऐसे में आख़िरकार रमेश ने पायल को बच्चा चोरी करने की सलाह दी. फिर बच्चे के अपहरण करने का प्लान तैयार किया. इसक बाद दुर्गापुरा पुलिया के पास खेल रहे 9 माह के मासूम को अपहरण कर अपने साथ ले आया. अब पुलिस पूछताछ में दंपति ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.

मामले में DCP ने कही ये बात

जयपुर ईस्ट डीसीपी कावेन्द्र सिंह सागर ने बताया कि 27 मई को दुर्गापुरा पुलिया के पास 9 माह के बच्चें के दीनदहाड़े अपहरण की सूचना के बाद एयरपोर्ट पुलिस थाना मौके पर पहुंची और दर्जनों सीसीटीवी फुटेज खंगाले. तब एक फुटेज में महिला बच्चे को गोद में लेकर जाती हुई दिखाई दी. इसके आधार पर पुलिस जांच पड़ताल करते हुए दौसा पहुंची. जहां आरोपी रमेश और पायल को गिरफ्तार कर बच्चें को बरामद कर लिया गया.

‘आरोपियों ने बच्चे के माता-पिता से बनाई जान पहचान’

पूछताछ में पता चला कि अपहरण से पहले आरोपियों ने बच्चे के माता-पिता से जान पहचान बनाई और 15 दिनों तक आरोपी पायल ने रेकी भी की. इसके बाद मौका मिलते ही पायल ने खेल रहे बच्चें को उठा अपने साथ ले गई. जहां कुछ दुरी पर उसका पति रमेश बाइक लेकर खड़ा था. फिर दोनों बाइक पर बच्चें को अपने साथ लेकर चले गए. पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपी ने बाइक की नंबर प्लेट भी फर्जी लगा रखी थी, ताकि पुलिस की पकड़ में नहीं आ सकें. अब दोनों को गिरफ्तार कर वारदात में उपयोग की गई बाइक भी बरामद कर लिया गया है.