खबर शेयर करें -

यूरिक एसिड का लेवल एक निश्चित मात्रा से अधिक बढ़ने से शरीर में काफी सारी समस्याएं होने लगती हैं. यूरिक एसिड क्या है? यूरिक एसिड कैसे बढ़ता है? यूरिक एसिड को कम कैसे किया जा सकता है?

आज के समय में यूरिक एसिड की बीमारी बड़ी कॉमन हो गई है, जिसकी वजह से पुरानी बीमारियां जन्म ले लेती हैं. खराब लाइफस्टाइल, खराब खान पान, पानी का कम सेवन और कैलोरी से भरपूर खाने का सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है. दरअसल, यूरिक एसिड शरीर में एक गंदगी की तरह जमा हो जाता है. शरीर के खून में अगर यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाए तो उससे जोड़ों की दिक्कत, किडनी की बीमारी, दिल के दौरे जैसी खतरनाक बीमारियां भी हो सकती हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि यूरिक एसिड शरीर में क्रिस्टल का रूप ले लेता है और धीरे धीरे जोड़ों के आसपास जमा होने लगता है. जिसके कारण जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है.

यह भी पढ़ें -  6 नवंबर 2024, आज का राशिफल (Aaj ka Rashifal): सिंह राशि वालों के प्रेम संबंध होंगे मजबूत, जानें अन्य राशियों का हाल

शरीर में हाई यूरिक एसिड के ये हैं कारण

– रात में ज्यादा खा लेना
– खराब लाइफस्टाइल
– पानी का कम सेवन
– ठीक समय पर न खाना और न सोना
– ज्यादा नॉन वेज खाना
– स्ट्रेस

यूरिक एसिड से होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम्स

– गाउट
गाउट गठिया का एक रूप है. इस स्थिति में शरीर के जोड़ों में दर्द होने लगता है क्योंकि यूरिक एसिड जोड़ों और टिश्यूज में बनता है और सूजन-दर्द पैदा होता है. गाउट आमतौर पर पैर के अंगूठे के जोड़, टखने और घुटनों के जोड़ को प्रभावित करता है.

यह भी पढ़ें -  6 नवंबर 2024, आज का राशिफल (Aaj ka Rashifal): सिंह राशि वालों के प्रेम संबंध होंगे मजबूत, जानें अन्य राशियों का हाल

– किडनी की समस्या
किडनी, यूरिक एसिड के साथ-साथ ब्लड से अन्य अपशिष्ट पदार्थों को भी फिल्टर करती है. किडनी डिसीज किडनी को नुकसान पहुंचाती हैं और उन्हें काम करने से रोकती है. इससे यूरिक एसिड ब्लड में जमा होने लगता है.

हाइ यूरिक एसिड इन फूड्स का न करें सेवन

गोल्डन किशमिश
किशमिश अंगूर से बनती है जिसमें प्यूरीन होता है. प्यूरीन के सेवन करने से गाउट (अर्थराइटिस) की समस्या और भी बढ़ सकती है और यह खून में यूरिक एसिड की मात्रा को भी बढ़ाता है. गाउट से पीड़ित लोगों को सूखे मेवों से पूरी तरह बचना चाहिए.

यह भी पढ़ें -  6 नवंबर 2024, आज का राशिफल (Aaj ka Rashifal): सिंह राशि वालों के प्रेम संबंध होंगे मजबूत, जानें अन्य राशियों का हाल

इमली का रस 
इमली के रस के और भी लाभ हैं, लेकिन गाउट से पीड़ित लोगों को इसे नहीं लेना चाहिए. फ्रक्टोज का ज्यादा होना यूरिक एसिड के लिए खराब है, जिसके परिणाम अच्छे नहीं होते हैं.

सेब 
सेब भी प्राकृतिक फ्रक्टोज का एक रूप है. सेब को बहुत अधिक खाना अर्थराइटिस की स्थिति को और भी खराब कर सकता है.

खजूर  
खजूर कम प्यूरीन वाला फल होता है, लेकिन इसमें फ्रक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है. खजूर को खाना भी सही नहीं है क्योंकि वे आपके खून में फ्रक्टोज की मात्रा बढ़ा सकते हैं जो खतरे का संकेत है.

चीकू  
यह भी एक फ्रक्टोज माना जाता है. इसलिए, यूरिक एसिड को कम करने के लिए चीकू से बचना चाहिए.