उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश के कारण प्रदेश की अधिकांश नदियाँ उफान पर हैं और कई स्थानों पर खतरे के निशान के करीब पहुँच गई हैं। हरिद्वार में गंगा, रुद्रप्रयाग में अलकनंदा व मंदाकिनी, उत्तरकाशी में भागीरथी, चमोली में अलकनंदा, नंदाकिनी व पिंडर, पिथौरागढ़ में काली, गोरी व सरयू, बागेश्वर में सरयू व गोमती तथा चंपावत में शारदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। प्रशासन ने नदी तटवर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट रहने, नदियों की सतत निगरानी करने, भूस्खलन व बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने तथा सड़क बंद होने पर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही भी फिलहाल प्रतिबंधित कर दी गई है। पिछले 24 घंटे में 111 सड़कें बाधित हुई हैं और राज्य भर में जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रशासन आमजन तक मौसम की चेतावनी पहुँचाने पर विशेष जोर दे रहा है, ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से समय रहते बचाव हो सके।



