📍 हल्द्वानी | विशेष संवाददाता
🗓️ तारीख: 26 जुलाई 2025
🔹 हाइलाइट्स (TOP POINTS) 🔹
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🚛 बरेली रोड पर स्कूटी सवार शिक्षिका को तेज रफ्तार डंपर ने रौंदा
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🛵 स्कूल जाते समय असंतुलित हुई स्कूटी, शिक्षिका सड़क पर गिरीं
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🏥 गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, इलाज के दौरान मौत
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🏃♂️ आरोपी डंपर चालक वाहन छोड़कर मौके से फरार
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🚔 पुलिस जांच जारी, परिजनों की ओर से कोई तहरीर नहीं
📌 हादसे का पूरा विवरण:
हल्द्वानी की तीनपानी निवासी हेमा पंत (49 वर्ष) गुरुवार सुबह स्कूटी से अपनी सहेली पुष्पा मेहरा के साथ गौजाजाली स्थित एक निजी स्कूल जा रही थीं। जैसे ही दोनों मंडी के पास बरेली रोड पहुँचीं, स्कूटी असंतुलित हो गई और हेमा सड़क पर गिर गईं।
इसी दौरान पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डंपर ने उन्हें कुचल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डंपर चालक लोगों के रुकवाने के बावजूद मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी।
⚠️ चिकित्सकीय हालत और मौत:
हेमा पंत को तत्काल सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उन्हें गंभीर हालत में निजी अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे उनका निधन हो गया। वहीं, स्कूटी चला रहीं पुष्पा मेहरा को हल्की चोटें आई हैं।
👮♂️ पुलिस क्या कह रही है?
कोतवाल राजेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और चश्मदीदों से पूछताछ जारी है। हालांकि, पीड़ित परिवार की ओर से अब तक कोई तहरीर नहीं दी गई है।
📢 स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया:
स्थानीय निवासियों ने घटना पर आक्रोश जताते हुए प्रशासन से सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने, सीसीटीवी कैमरे बढ़ाने, और भारी वाहनों के अनियंत्रित आवागमन पर रोक लगाने की मांग की है।
🕯️ समाज और शिक्षा जगत में शोक:
हेमा पंत को एक कुशल शिक्षिका और समाजसेवी के रूप में जाना जाता था। उनके असामयिक निधन से शिक्षा जगत में गहरा शोक है। स्कूल प्रबंधन ने इसे एक “अपूरणीय क्षति” बताया है और शिक्षकों व छात्रों ने श्रद्धांजलि दी।
📣 निष्कर्ष:
यह हादसा एक बार फिर इस बात को रेखांकित करता है कि तेज रफ्तार और लापरवाही किस तरह मासूम जिंदगियों को निगल रही है। प्रशासन और ट्रैफिक विभाग को चाहिए कि वे सख्त कार्रवाई करें ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
🙏 हेमा पंत जी को श्रद्धांजलि
📢 इस रिपोर्ट को शेयर करें ताकि हादसे के दोषी को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसे हादसे रोके जा सकें।



