खबर शेयर करें -

निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें लगाने वाले 54 में से 20 निजी स्कूलों ने शिक्षा विभाग को नोटिस के जवाब दे दिए है, बाकी 34 पर कार्रवाई की तलवार लटक गई हे।

महिला कांस्टेबल से छेड़खानी के मामले की जांच सीबीसीआईडी को सौंपी, दरोगा पर है आरोप

निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग की कार्रवाई की तलवार लटक रही है। अभिभावकों से निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें खरीदवाने पर शिकायत मिलने पर जिले में 54 निजी स्कूलों को नोटिस दिए गए थे। इनमें 34 स्कूलों ने अभी जवाब नहीं दिया है।

यह भी पढ़ें -  इन राशियों के लिए बड़ी खुशखबरी, आर्थिक तंगी से मिलेगी राहत, भाग्य देगा साथ और सूर्य की होगी कृपा

निजी स्कूलों में निजी प्रकाशकों की किताबें अभिभावकों से खरीदवाने का आरोप लगा था। शिक्षा विभाग ने जिले के 54 स्कूलों को नोटिस भेजे थे। इनमें 20 स्कूलों ने शिक्षा विभाग को नोटिस के जवाब दे दिए हैं। बाकी स्कूलों ने अभी तक जवाब नहीं दिए हैं।

यह भी पढ़ें -  मदरसा बोर्ड भंग करने की सिफारिश, उत्तराखंड में बढ़ी हलचल, बाल आयोग अध्यक्ष ने दिया बड़ा बयान

एक मई से आगे की यात्रा के लिए आज खुलेगी बुकिंग, जानें आवेदन करने का तरीका

समय सीमा बीतने के बाद शिक्षा विभाग एक बार फिर नोटिस का जवाब देने के लिए स्कूलों से स्मरण करवा सकता है। अगर इसके बाद भी स्कूलों की ओर से नोटिस का जवाब नहीं आता है तो विभाग की ओर से कार्रवाई की जा सकती है।

यह भी पढ़ें -  हल्द्वानी: गौलापार में आधी रात सड़क हादसा, आईटीआई छात्र की मौत

निजी प्रकाशकों की किताबें खरीदवाने के आरोप में स्कूलों को नोटिस दिए गए थे। जिन स्कूलों की ओर से अभी तक जवाब नहीं आए हैं, उन पर कार्रवाई भी की जा सकती है। -केएस रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी, नैनीताल।

72 साल के सेवानिवृत्त शिक्षक को बनाया बाघ ने अपना शिकार, घर से करीब 50 मीटर दूर गधेरे में मिला अधखाया शव

You missed