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सुबह के समय कार्बेट लिंक एक्सप्रेस रामनगर आती है। सूचना पर डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य एसडीओ प्रदीप धौलाखंडी व रेंजर जेपी डिमरी मौके पर पहुंचे। वन विभाग ने पशु चिकित्सकों की टीम से हाथी के शव का मौके पर ही पोस्टमार्टम कराया। डीएफओ प्रकाश चंद आर्या ने बताया कि हाथी के शरीर पर ट्रेन से टकराने के निशान मिले हैं।

दिल्ली से रामनगर आ रही ट्रेन की चपेट में आने से आमपोखरा क्षेत्र में वयस्क नर हाथी की मौत हो गई। पोस्टमार्टम कराकर शव मौके पर ही दफना दिया गया। साथ ही वन विभाग की ओर से रेलवे के अज्ञात लोको पायलट विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत आमपोखरा रेंज के बीच से रामनगर-काशीपुर रेलवे लाइन गुजर रही है। वन क्षेत्र होने की वजह से वन्यजीव पटरी पार करके इधर से उधर जाते रहते हैं। बुधवार सुबह गेट नंबर 64 नंबर के पास करीब 20 वर्षीय नर हाथी की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। सुबह के समय कार्बेट लिंक एक्सप्रेस रामनगर आती है। सूचना पर डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य, एसडीओ प्रदीप धौलाखंडी व रेंजर जेपी डिमरी मौके पर पहुंचे। वन विभाग ने पशु चिकित्सकों की टीम से हाथी के शव का मौके पर ही पोस्टमार्टम कराया। डीएफओ प्रकाश चंद आर्या ने बताया कि हाथी के शरीर पर ट्रेन से टकराने के निशान मिले हैं। शाम को रेंजर जेपी डिमरी ने रेलवे के अधिकारियों से मुलाकात कर रामनगर से अप-डाउन ट्रेनों की डिटेल मांगी। इसके बाद रेंजर की ओर से अज्ञात ट्रेन के लोको पायलट के विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

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पूर्व में भी हल्द्वानी में वन संरक्षक की मौजूदगी में रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी है। जिसमें वन क्षेत्र में ट्रेन की गति कम करने को कहा गया था। इसके बाद भी रेलवे की ओर से गति नियंत्रण को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिस वजह से हाथी की मौत की घटना सामने आई है।

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प्रकाश चंद्र आर्या, डीएफओ

ट्रेन की चपेट में आने से हाथी की मौत की कोई सूचना नहीं है। किसी भी लोको पायलट की ओर से हाथी की मौत की सूचना नहीं दी गई है। इस संबंध में वन विभाग की टीम शुक्रवार को कार्यालय आएगी तो उन्हें जानकारी दे दी जाएगी।

मदन पाल, स्टेशन अधीक्षक

हरिद्वार के बाद रामनगर में हादसे से उठ रहे सवाल

एक ओर जहां कार्बेट समेत आसपास के वन प्रभाग हाथियों की बहुतायत के चलते पहचान रखते हैं, वहीं ट्रेन हादसों में हर साल हाथियों की जान जा रही है। इसी सप्ताह हरिद्वार में ट्रेन की टक्कर से हाथी की मौत के बाद रामनगर में हादसा हुआ है। पिछले साल फरवरी में लालकुआं व रुद्रपुर के मध्य सुभाषनगर बैरियर के समीप मालगाड़ी से टकराकर वयस्क हाथी की मौत हो चुकी है।

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वहीं दिसंबर में लालकुआं के समीप हाथी के बच्चे को ट्रेन ने टक्कर मार दी थी। तब हाथी का बच्चा छह दिन तक ट्रैक के किनारे पड़ा रहा। वन विभाग ने उसका उपचार भी कराया मगर उसे बचाया नहीं जा सका। अगस्त 2021 में सिडकुल हाल्ट रुद्रपुर के समीप ट्रैक से गुजर रहे हाथियों के झुंड में से एक बच्चे को एक्सप्रेस ट्रेन ने टक्कर मार दी थी। बच्चे की मौत से गुस्साया झुंड आधे घंटे तक पटरी पर खड़ा हो गया। बाद में झुंड को वन विभाग ने जंगल की ओर खदेड़ा तब ट्रेन आगे बढ़ी थी।