नैनीताल आँचल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के 75वें वर्ष (डायमंड जुबली) के उपलक्ष्य में लालकुआं स्थित संघ के परिसर में उत्तराखंड राज्य गठन दिवस के अवसर पर नौ दिवसीय रजत जयंती समारोह का शानदार शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डेयरी विकास विभाग के निदेशक तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं स्थानीय गणमान्य व्यक्ति रहे जिन्होंने दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह की औपचारिक शुरुआत की।
दिनभर की प्रमुख गतिविधियाँ
प्रथम दिवस की मुख्य गतिविधियाँ:
दुग्ध उत्पादक महिलाओं के लिए गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम; लगभग 500 महिलाएं सहभागी रहीं।
पारंपरिक कुमाऊनी वेशभूषा में प्रस्तुतियाँ और स्थानीय सांस्कृतिक गीतों ने वातावरण को लोकसंस्कृति से भर दिया।
स्वास्थ्य सेवा के प्रयास:
संजीवनी हॉस्पिटल हल्द्वानी की टीम द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें ब्लड प्रेशर, शुगर और महिला स्वास्थ्य जाँच शामिल थीं; 370 से अधिक दुग्ध महिला उत्पादक एवं कर्मचारी लाभान्वित हुए।
शिक्षा/घुम-फिर:
हिमालयन पब्लिक स्कूल, हल्द्वानी के छात्र-छात्राओं ने मुख्य दुग्धशाला का भ्रमण कर उत्पादन प्रक्रिया की जानकारी हासिल की।
नि:शुल्क आहार वितरण:
आँचल दुग्ध संघ द्वारा 450 मरीजों को अस्पतालों में 225 लीटर आँचल दूध नि:शुल्क पौष्टिक आहार के रूप में वितरित किया गया; मरीजों और उनकेपरिजनों ने इस मानवीय पहल की सराहना की।
उद्धरण/उल्लेख
लोग आयोजन के प्रमुख पहलुओं में संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा, सामान्य प्रबंधक अनुराग शर्मा, प्रशासन/विपणन प्रभारी संजय सिंह भाकुनी, वित्त प्रभारी उमेश पठालनी आदि की अहम भूमिका रही।
समारोह के उद्घाटन के समय दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम के शुभारंभ की रस्म निभाई गई।health camp में डॉ. आदिति अरोड़ा (स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ) और डॉ. अजय प्रताप जैसे विशेषज्ञों ने परामर्श प्रदान किया।
समापन/आगामी
यह कार्यक्रम रजत जयंती समारोह नौ दिनों तक चलेगा; प्रत्येक दिन दुग्ध उत्पादक समुदाय के लिए विविध कार्यक्रम, कार्यशालाएं और शैक्षिक गतिविधियाँ भी आयोजित होंगी।
आगे के días में दुग्ध संघ की उपलब्धियाँ, भविष्य की योजनाएं और ग्राम स्तर पर दूध संग्रह केंद्रों की संख्या बढ़ाने जैसी पहलों पर चर्चा होगी।
स्थिति/महत्व कार्यक्रम दुग्ध उत्पादन एवं विपणन तंत्र के सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से आयोजित किया गया है और जिले के दुग्ध उत्पादकों के आर्थिक-सामाजिक सशक्तीकरण पर केंद्रित है।
यह स्वास्थ्य, शिक्षा और सामुदायिक विकास के कई पहलुओं को एक साथ प्रदर्शित करने वाला महत्त्वपूर्ण अवसर रहा ।


