मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तीन दिन के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। पंजाब हरियाणा तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी तेज वर्षा होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने दिल्ली में मध्यम स्तर की वर्षा होने की भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने हरियाणा के 17 जिलों में मंगलवार को वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है।
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मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तीन दिन के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है। पंजाब, हरियाणा तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी तेज वर्षा होने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने दिल्ली में मध्यम स्तर की वर्षा होने की भविष्यवाणी की है।
दिल्ली में मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना
मौसम विभाग ने मंगलवार को शहर में मध्यम स्तर की वर्षा होने की भविष्यवाणी की है। इसको लेकर यलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। इससे तापमान में भी आंशिक कमी आ सकती है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि मंगलवार को दिनभर बादल छाए रहेंगे। मध्यम स्तर की वर्षा होने और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
हरियाणा के 17 जिलों में यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हरियाणा के 17 जिलों में मंगलवार को वर्षा का यलो अलर्ट जारी किया है। अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, सिरसा, फतेहाबाद, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, पलवल सहित 13 जिले बाढ़ से ग्रस्त हैं।
उत्तराखंड में भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड में अगले पांच दिन हल्की वर्षा के दौर जारी रहेंगे, जबकि मंगलवार के देहरादून, हरिद्वार, चंपावत, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और पौड़ी में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताते हुए आरेंज अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में पानी उतरने के बाद दिखे तबाही के निशान
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू व मंडी जिले में पिछले सप्ताह आई बाढ़ के घाव कितने गहरे हैं, यह ब्यास का पानी उतरने के बाद दिखने लगा है। मनाली के आलू ग्राउंड से बहे वाहन क्लाथ क्षेत्र में जगह-जगह दिख रहे हैं। आलू ग्राउंड से लगभग दो किलोमीटर दूर ब्यास नदी क्षेत्र में पड़े वाहन।
कुल्लू में काइस व न्योली में फटा बादल हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के काइस व न्योली क्षेत्र में बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मलबे की चपेट में आकर दो मकान, तीन दुकानें व 16 वाहन बह गए। काइस गांव में बादल फटने से कोटा नाला बाढ़ आ गई। अभी तक प्रदेश में 4635.58 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया गया है। 24 जून के बाद 122 लोगों की मौत हो चुकी है।
बांकेबिहारी मंदिर की गलियों में पहुंचा पानी
मथुरा-वृंदावन में यमुना उफान पर है। वृंदावन में परिक्रमा मार्ग में पानी भरने के कारण नाव चल रही है। वृंदावन और मथुरा से जाने वाले रास्तों में पानी भरने के कारण आवागमन बंद कर दिया गया है। मथुरा में 150 से ज्यादा कालोनियां और 29 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बांकेबिहारी मंदिर की गलियों में पानी पहुंच गया है। आगरा में कैलाश मंदिर के गर्भगृह में पानी भर गया। पानी भरने के कारण श्मशान घाट में अंतिम संस्कार बंद हो गए हैं।
मेरठ में यमुना और गंगा समेत कई सहायक नदियों में अब जलस्तर में उतार आने लगा है, लेकिन इन नदियों से कई क्षेत्रों में कटान जारी है। फसलें जलमग्न हैं। सहारनपुर में बाढ़ से प्रभावित सभी कालोनियों का पानी उतर गया है। बागपत में यमुना खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर है।
मानसा में बाढ़ का खतरा, सेना तैनात
घग्गर दरिया के चांदपुरा बांध में शनिवार सुबह पड़ी दरार 100 फीट से बढ़कर 250 फीट से अधिक हो गई है। इससे मानसा जिले के बुढलाडा व सरदूलगढ़ क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बरकरार है।