हल्दूचौड़। समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुँचाने के उद्देश्य से माधवी फाउंडेशन के अध्यक्ष पीयूष जोशी के नेतृत्व में प्रभु नेत्रालय, रुद्रपुर के सहयोग से एक दिवसीय निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 18 फरवरी 2025, मंगलवार को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक हरिओम बैंक्वेट हॉल, निकट GGIC दौलिया, हल्दूचौड़ में आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में अनुभवी वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ. अंकित गुप्ता (DNB Ophthalmology, FICO UK, FMR – Fellowship in Medical Retina) अपनी सेवाएँ देंगे। डॉ. गुप्ता एक Premium Phaco Refractive एवं Medical-Retina Specialist हैं और अब तक हजारों मरीजों का सफल उपचार कर चुके हैं।
शिविर में मोतियाबिंद, नाखूना और आँखों के पर्दे से जुड़ी बीमारियों की निःशुल्क जांच एवं ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। विशेष रूप से आयुष्मान कार्ड धारकों को अत्याधुनिक फेको तकनीक द्वारा बिना टांका, बिना चीरा और बिना दर्द के ऑपरेशन की सुविधा प्रदान की जाएगी। यह विधि आँखों की सर्जरी में सबसे उन्नत तकनीकों में से एक मानी जाती है, जिससे मरीज को कम से कम असुविधा होती है और वे शीघ्र स्वस्थ हो सकते हैं। इसके अलावा, शिविर में डॉक्टर द्वारा चिन्हित मरीजों को निःशुल्क दवाइयाँ भी दी जाएँगी।
सभी वर्गों के लिए स्वास्थ्य सेवा का अवसर
माधवी फाउंडेशन के अध्यक्ष पीयूष जोशी ने बताया कि यह शिविर समाज के हर वर्ग के लिए उपलब्ध है, ताकि आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी उच्च गुणवत्ता वाली नेत्र चिकित्सा प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि आँखें हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण इंद्रियों में से एक हैं, और सही समय पर उपचार न मिलने के कारण कई लोग दृष्टिहीनता का शिकार हो जाते हैं। इसलिए माधवी फाउंडेशन ने यह बीड़ा उठाया है कि हर जरूरतमंद व्यक्ति तक निःशुल्क चिकित्सा सुविधा पहुँचाई जाए।
शिविर में भाग लेने के इच्छुक मरीजों को आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड एवं लिंक्ड मोबाइल नंबर साथ लाना अनिवार्य होगा। ऑपरेशन के लिए चयनित मरीजों को सलाह दी गई है कि वे शिविर में स्नान करके आएँ, ताकि ऑपरेशन प्रक्रिया में किसी प्रकार की असुविधा न हो।
आधुनिक तकनीक से होगा मोतियाबिंद का उपचार
इस शिविर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन फेको विधि द्वारा किया जाएगा। यह आधुनिक तकनीक नेत्र चिकित्सा में क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आई है। इस विधि में पारंपरिक चीरों और टांकों की आवश्यकता नहीं होती, जिससे ऑपरेशन के बाद संक्रमण का खतरा कम हो जाता है और मरीज को जल्दी राहत मिलती है। यह तकनीक उन बुजुर्गों और मरीजों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, जो सर्जरी से घबराते हैं या जिनकी आँखों की स्थिति अत्यंत संवेदनशील होती है।
नेत्र चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर मोतियाबिंद का उपचार न करने से दृष्टिहीनता की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इस शिविर के माध्यम से उन सभी मरीजों को लाभान्वित करने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्हें महंगे इलाज के अभाव में परेशानी उठानी पड़ती है।
सामाजिक सेवा में अग्रणी भूमिका निभा रहा माधवी फाउंडेशन
माधवी फाउंडेशन लंबे समय से समाज सेवा और जनहित के कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। संस्था के अध्यक्ष पीयूष जोशी विभिन्न सामाजिक और जनकल्याणकारी योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए प्रयासरत हैं। उनका मानना है कि स्वास्थ्य सेवा हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है और कोई भी व्यक्ति आर्थिक स्थिति के कारण इससे वंचित नहीं रहना चाहिए। यही कारण है कि माधवी फाउंडेशन समय-समय पर ऐसे स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन करता रहता है, ताकि हर जरूरतमंद को चिकित्सा सुविधा मिल सके।
श्री जोशी ने आम जनता से अपील की है कि इस शिविर का अधिक से अधिक लोग लाभ उठाएँ और अपने तथा अपने परिवारजनों की आँखों की जाँच अवश्य करवाएँ। उन्होंने कहा कि मरीजों को किसी प्रकार की कोई आर्थिक समस्या न हो, इसके लिए इस पूरे शिविर को पूर्णतः निःशुल्क रखा गया है।
कैसे उठाएँ लाभ?
जो भी मरीज इस शिविर में अपनी आँखों की जाँच करवाना चाहते हैं, वे 18 फरवरी 2025 को हरिओम बैंक्वेट हॉल, निकट GGIC दौलिया, हल्दूचौड़ में पहुँच सकते हैं। अधिक जानकारी एवं किसी भी सहायता के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है:
📞 89090-39409, 75055-13125
आइए, इस समाजसेवी पहल का हिस्सा बनें और अपने एवं अपने प्रियजनों की आँखों की रोशनी को सुरक्षित रखें!
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