जूनागढ़ में एक धार्मिक स्थल (दरगाह) को नोटिस जारी करने पर बवाल मच गया. उपद्रवियों ने शुक्रवार को पुलिस तंत्र को निशाना बनाते हुए हमला कर दिया. इस दौरान पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की गई और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया.
गुजरात के जूनागढ़ में शुक्रवार रात एक अवैध दरगाह को लेकर जबरदस्त बवाल मच गया. दरगाह के अवैध निर्माण को लेकर प्रशासन ने जो नोटिस जारी किया था उसके बाद लोग भड़क गए और पुलिसकर्मयों को ही निशाना बना दिया. इस दौरान उपद्रवियों की इस भीड़ ने मजेवड़ी चौक स्थित पुलिस चौकी पर हमला कर तोड़फोड़ कर दी और वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इतना ही नहीं पुलिस थाने पर पत्थरबाजी भी की गई.
पुलिस पर हमला
शाम सात बजे से ही लोग इकठ्ठा होना शुरू हुए और नौ बजे 200- 300 लोग पहुंच गए और दरगाह के चारों तरफ इकठ्ठा हो हुए. जब पुलिस ने उनको इस जगह से हटाने की कोशिश की तो पत्थर फेंकने लगे और पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया. हमले में एक डिप्टी एसपी और तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं और पुलिस पूरे शहर में चप्पे-चप्पे की जांच कर रही है.
क्या है मामला
दरअसल जूनागढ़ में मजेवड़ी गेट के सामने रास्ते के बीचोबीच एक दरगाह बनी है. इसे हटाने के लिए महानगर पालिका की ओर से सीनियर टाउन प्लानर ने एक नोटिस जारी किया था. नोटिस में लिखा गया था कि ये धार्मिक स्थल अवैध तरीके से बनाया गया है. पांच दिनों के अंदर ये धार्मिक स्थल के कानूनी तौर पर सही होने के सबूत पेश किए जाए वरना ये धार्मिक स्थल तोड़ा जाएगा और इसका खर्च आपको देना होगा. धार्मिक स्थल (दरगाह) के डिमोलेशन का नोटिस लगाने महानगर पालिका के अधिकारी पहुंचे थे. नोटिस पढ़ते ही असमाजिक तत्व इकठ्ठा हो गए और नारे लगाने लगे. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो वो हमलावर हो गए.
नोटिस में कही गई थी ये बात
जूनागढ़ म्युनिसिपल कॉरपोरेशन द्वारा नोटिस में जो बातें कहीं गई उसमें कहा गया, ‘आपको एतद्द्वारा सूचित किया जाता है कि सतर्कता के तहत माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार कोई धार्मिक दबाव ना डाला जाए और जूनागढ़ नगर निगम सीमा के भीतर सार्वजनिक स्थल पर अवैध रूप से धार्मिक दबाव डाला गया है. जिसके संबंध में आपको सूचित किया जाता है कि आधिकारिक आधार प्रमाण/स्वामित्व प्रमाण यहां दिनांक-5 पर प्रस्तुत करें.’