उत्तराखंड में जंगलों की भीषण आग और ऊपर से जबरदस्त गर्मी के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. पर्वतीय क्षेत्रों में लोग धुंध की वजह से बेहद परेशान हैं. सरकार आग बुझाने के प्रयास कर रही है. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लापरवाही मिलने पर कई अधिकारियों पर एक्शन तक लिया है. वहीं इसी बीच प्रदेश के लोगों के लिए सकून देने वाली खबर सामने आई है.
मौसम विभाग ने प्रदेश के कुछ जिलों में झमाझम बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग के मुताबिक 8 मई यानि से लेकर 12 मई तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है. जिससे जंगलों की आग बुझ सकती है और जो वन विभाग और दमकल कर्मियों के लिए राहत की खबर है. जानकारी के मुताबिक आज कई इलाकों में बारिश की संभावना जताई जा रही है. प्रदेश में लगभग एक महीने से गढ़वाल और कुमाऊं के जंगल धड़क रहे हैं. अब तक सैकड़ों हेक्टेयर वन संपदा जलकर राख हो गई है. मौसम विज्ञान ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक उत्तरकाशी, चमोली,रुद्रप्रयाग,टिहरी गढ़वाल, देहरादून,पौड़ी गढ़वाल,पिथौरागढ़, बागेश्वर,अल्मोड़ा और चंपावत में बिजली चमकने और गरज के साथ बारिश हो सकती है.
अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सच साबित होती है तो जिन इलाकों में जंगलों में आग लगातार फैल रही है उन इलाकों में आग पर काबू पाया जा सकेगा. लेकिन इसके साथ ही मौसम विज्ञान ने जो चेतावनी जारी की है वह उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों के लिए मुसीबत भी बन सकती है. दरअसल मौसम विज्ञान ने उत्तराखंड के तमाम जिलों में तेज आंधी तूफान की संभावना जताई है. खासकर प्रदेश के उन इलाकों में जहां जंगलों में आग धधक रही है, वहां तेज आंधी तूफान से आग विकराल हो सकती है और आबादी तक पहुंच सकती है. हरिद्वार जिले को छोड़कर अमूमन पहाड़ के हर जनपद में मौसम विभाग ने आकाशीय बिजली चमकने और तेज आंधी तूफान की संभावना जताई है.