शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि अगले वर्ष से सभी विद्यालयों में कक्षा एक से 12वीं तक पाठ्य पुस्तकों का बुक बैंक स्थापित किया जाएगा। अगले शैक्षणिक सत्र में समय पर पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराने के लिए एनसीईआरटी को प्रकाशन की जिम्मेदारी दी जा सकती है। सरकारी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में रिक्त पदों पर वैकल्पिक व्यवस्था के आधार पर शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।
शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि अगले वर्ष से सभी विद्यालयों में कक्षा एक से 12वीं तक पाठ्य पुस्तकों का बुक बैंक स्थापित किया जाएगा। अगले शैक्षणिक सत्र में समय पर पाठ्यपुस्तक उपलब्ध कराने के लिए एनसीईआरटी को प्रकाशन की जिम्मेदारी दी जा सकती है। सरकारी विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में रिक्त पदों पर वैकल्पिक व्यवस्था के आधार पर शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। इस संबंध में प्रस्ताव शीघ्र कैबिनेट में रखा जाएगा।
कैबिनेट मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने मंगलवार को सचिवालय स्थित सभागार में उच्च शिक्षा एवं विद्यालयी शिक्षा की बैठक ली। मुख्य सचिव डाॅ. एसएस संधु की उपस्थिति में हुई इस बैठक में निर्णय लिया गया कि अगले शैक्षिक सत्र में समय पर पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी।
आपदा मद से होगी विद्यालय भवनों की मरम्मत
शिक्षा मंत्री डाॅ. रावत ने बताया कि क्षतिग्रस्त विद्यालयों एवं महाविद्यालयों की मरम्मत के लिए आपदा मद से धनराशि स्वीकृत की जाएगी। जिला शिक्षा समिति की देखरेख में विद्यालय भवनों की मरम्मत कराई जाएगी। राजकीय विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शिक्षकों के सैकड़ों पद रिक्त हैं। इससे पढ़ाई बाधित हो रही है। इन पदों पर वैकल्पिक व्यवस्था के आधार पर शिक्षकों की तैनाती की जाएगी।
बैठक में उच्च शिक्षा सचिव शैलेश बगोली, न्याय सचिव नरेंद्र दत्त, शिक्षा सचिव रविनाथ रामन, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी, अपर सचिव योगेंद्र यादव, प्रशांत आर्य व अपर सचिव वित्त गंगा प्रसाद, अमिता जोशी उपस्थित रहे।