शहर के चौराहों की चौड़ीकरण की जद में आ रहे 50 साल से अधिक पुराने लगभग 11 वृक्षों को शिफ्ट किया जाएगा। इन वृक्षों को चिन्हित करने के लिए प्रशासन, वन विभाग और लोनिवि ने संयुक्त सर्वे किया।
डीएम के निर्देशानुसार शहर के प्रमुख 13 चौराहों व तिराहों का चौड़ीकरण एवं विकास किया जाना है
चौड़ीकरण में कई सड़कों व चौराहों पर पुराने वृक्ष आ रहे हैं। हाल ही में हुई बैठक में डीएम ने इन वृक्षों को काटने के बजाय शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी के नेतृत्व में प्रशासन, राजस्व, लोनिवि, वन विभाग की संयुक्त टीम ने वृक्षों का सर्वे किया।
मंडी पुलिस चौकी मंदिर, कालू सिद्ध मंदिर और नारीमन चौक काठगोदाम तक सर्वे किया गया। इसमें 50 साल पुराने पीपल, पाखड़ के लगभग 11 वृक्षों को चिन्हित किया गया, जिन्हें गौलापार के गंगापुर कबडाल में निर्माणाधीन गोशाला में रिलोकेट किया जाएगा। सर्वे में वृक्षों की मोटाई, जड़ें वगैरह आदि का जायजा लिया गया। प्रारंभिक चरण में वृक्षों की शिफ्टिंग पर सहमति बन गई है। अब विशेषज्ञों से राय मशविरा लिया जाएगा। साथ ही वृक्षों को शिफ्ट करने की लागत, इस्तेमाल होने वाली मशीनों समय आदि का भी जानकारी ली जाएगी।
सिटी मजिस्ट्रेट वाजपेयी ने बताया कि वृक्षों को शिफ्ट करने के लिए पहला सर्वे कर राय मशविरा किया गया है। अभी विशेषज्ञों से भी राय ली जाएगी। बाद में वृक्षों को शिफ्ट करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी। सर्वे करने वाली टीम में एसडीएम परितोष वर्मा, तराई केंद्रीय वन डिवीजन की एसडीओ शशिदेव, लोनिवि ईई अशोक चौधरी आदि शामिल थे।