भीमताल के भाकर गांव के 37 वर्षीय भुवन पलड़िया गांव के एक कालेज में माली थे। उनकी पत्नी रंजना पलड़िया आशा वर्कर है। पुलिस के अनुसार बुधवार की शाम रंजना ने अज्ञात कारणों के चलते जहर खा लिया था। तबीयत बिगड़ने पर पति उसे एंबुलेंस ने डा. सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर आए। रातभर उपचार के बाद पत्नी की तबीयत में सुधार है।
भीमताल के भाकर गांव की आशा वर्कर ने जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। पति उसे डा. सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर पहुंचे। महिला की जान तो बच गई, लेकिन पति ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। लाश मोतीनगर में मिली है। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम होगा।
भीमताल के भाकर गांव के 37 वर्षीय भुवन पलड़िया गांव के एक कालेज में माली थे। उनकी पत्नी रंजना पलड़िया आशा वर्कर है। पुलिस के अनुसार, बुधवार की शाम रंजना ने अज्ञात कारणों के चलते जहर खा लिया था। तबीयत बिगड़ने पर पति उसे एंबुलेंस में डा. सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर आए। रातभर उपचार के बाद पत्नी की तबीयत में सुधार है। पत्नी के आत्मघाती कदम उठाने से भुवन सदमे में आ गए और गुरुवार को पत्नी को अस्पताल में ही छोड़कर चले गए।
दोपहर में पुलिस को मोतीनगर में सड़क किनारे उनकी लाश मिली, जिसकी शिनाख्त भुवन के रूप में हुई। पास में जहर की शीशी मिलने से पुलिस मौत को आत्महत्या मान रही है। इधर, भुवन की मौत से स्वजन में कोहराम मचा हुआ है। भुवन के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा 10वीं व दूसरा आठवीं में पढ़ता है।
”मैं लोगों को क्या मुंह दिखाऊंगा”
कमल पालीवाल भुवन के जीजा हैं। उन्होंने बताया कि भुवन पत्नी के जहर खाने से तनाव में चला गया था। उसने कई रिश्तेदारों व परिवारजनों को फोन करके बताया था कि वह कैसे लोगों को मुंह दिखा पाएगा। पत्नी ने जहर खाकर सही नहीं किया। भुवन ने कुछ लोगों को फोन पर कहा, मैं जहर खाकर खुद मर रहा हूं। इसके बाद उसने शराब पी और जहर खा लिया। एक दोस्त को उसने फोन कर 500 रुपये नहीं दे पाने पर माफी भी मांगी।