ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर आए दिन लोगों से ठगी के मामले सामने आते रहते हैं. जिसको लेकर अब बाट माप विभाग ने कमर कस ली है. बाट माप विभाग लोगों से धोखाधड़ी करने वाले कंपनियों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूल रहा है.
बदलते दौर और डिजिटल जमाने में अब लोगों ने मार्केटिंग भी ऑनलाइन करने शुरू कर दी है. लेकिन ग्राहकों को पता नहीं है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पाद बेचने वाली कई कंपनियां ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी के साथ घटतौली भी कर रही है.ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बहुत सी कंपनियां अपने प्रोडक्ट को बेच रहे हैं. लेकिन उस प्रोडक्ट की क्वालिटी पर कई बार सवाल खड़े होते रहे हैं. ऐसे में अब बाट माप विभाग ऑनलाइन प्लेटफार्म पर बिकने वाले प्रोडक्ट की निगरानी कर, फ्रॉड करने वालों पर कार्रवाई भी कर रहा है.
मुख्य नियंत्रक अधिकारी बाट माप विभाग उत्तराखंड गोविंद सिंह रावत का कहना है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले बहुत से प्रोडक्ट को लेकर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आ रहे हैं.जहां कंपनियां अपने प्रोडक्ट के निर्माता के नाम, वेट,साइज और एमआरपी के अलावा प्रोडक्ट पर कंपनी द्वारा जारी किए गए आवश्यक घोषणाओं को छुपाए जाने के मामले सामने आए हैं. जिसके बाद बाट माप विभाग अब ऑनलाइन मार्केटिंग करने वाली कंपनियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष कुमाऊं मंडल में ऑनलाइन प्लेटफार्म पर बेचे जाने वाले उत्पादन कंपनियों के 14 मामले धोखाधड़ी से संबंधित सामने आए. इसके बाद विभाग द्वारा कार्रवाई की गई.
14 कंपनियों ने प्रोडक्ट बेचने के दौरान निर्माता के नाम, वेट,साइज और एमआरपी के साथ-साथ बाट माप विभाग के शर्तों को छुपाया था, जिनके खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई के बाद इन 14 कंपनियों से 9 लाख 30 हजार का जुर्माना वसूला गया है. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर किताब बेचने वाली एक कंपनी के खिलाफ एक लाख रुपए का सबसे अधिक जुर्माना लगाया गया है.उन्होंने बताया कि ऑनलाइन कंपनियां ग्राहकों को उत्पाद बेचने के नाम पर धोखाधड़ी न करें, इसके लिए विभाग द्वारा ऑनलाइन वेबसाइटों की निगरानी की जा रही है. जो भी कंपनियां ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.