हल्द्वानी: ग्राहकों और सुनार ने मिली भगत कर गोल्ड लोन देने वाले बैंक को लाखों रुपए का चूना लगा दिया. पूरे मामले में बैंक प्रबंधक के तहरीर पर सुनार और गोल्ड लोन लेने वाले लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. मामला तब खुला जब बैंक के दूसरे अधिकृत सुनार ने गोल्ड लोन में जमा सोने के आभूषणों की जांच की. इन लोगों ने बैंक को कुल 10 लाख 90 हजार रुपए की चपत लगाई है.
बरेली रोड स्थित बैंक के शाखा प्रबंधक ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि धान मिल बरेली रोड निवासी तरुण भारद्वाज की ज्वैलर्स की दुकान है. बैंक ने सोने की शुद्धता जांच के लिए तरुण भारद्वाज को अधिकृत किया था. आरोप है कि बैंक ने शहर के आठ लोगों को 10 लाख 90 हजार रुपए का गोल्ड लोन दिया था और इसके एवज में ग्राहकों ने अपने आभूषण गिरवी रखे थे. लोन देने से पहले बैंक ने तरुण को उक्त आभूषण शुद्धता जांच के लिए दिए थे. तरुण ने जब इस बात की पुष्टि कर दी कि आभूषण असली सोने के हैं, तब बैंक ने लोन दिया.
जिसके बाद बैंक ने गोल्ड लोन पॉलिसी के तहत दूसरे अधिकृत ज्वैलर्स से आभूषणों की दोबारा जांच कराई तो पता लगा कि जिन आभूषणों पर उक्त आठ लोगों को लोन दिया गया है, वह सोने के आभूषण नकली हैं. फिलहाल पूरे मामले में बैंक प्रबंधक ने सुनार सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. हल्द्वानी कोतवाली प्रभारी उमेश मलिक का कहना है कि प्रबंधक की ओर से मिली तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. वहीं शाखा प्रबंधक का कहना है कि भारद्वाज ज्वैलर्स के साथ मिलीभगत कर सोने के नकली आभूषण और फर्जी कागजात के जरिये बैंक से धोखाधड़ी की गई है. बैंक को चपत लगाने वालों में अधिकांश लोन लेने वाले बनभूलपुरा क्षेत्र के लोग शामिल है. बैंक के साथ धोखाधड़ी करने वाले हनीफ ने दो बार गोल्ड लोन लिया है.