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मालिक के आढ़त में न बैठने का फायदा आढ़त के मुनीम ने उठाया। वह आढ़त की मालकिन से चेक में हस्ताक्षर कराता रहा और अपने व अपने करीबियों के खाते में पैसे ट्रांसफर कराता रहा। ऐसा कर उसने मालिक को 79 लाख रुपये की चपत लगा दी। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

छड़ायल सुयाल मानपुर पश्चिम देवलचौड़ निवासी घनश्याम शर्मा पुत्र इंद्रमणि शर्मा ने पुलिस को बताया कि कि उनकी बड़ी मंडी में मैसर्स मोहित श्याम एंड कम्पनी के नाम से सब्जी व फल की आढ़त है। आढ़ता में गुनियाखेत मुक्तेश्वर निवासी रोहित पलड़िया पुत्र पूरन चंद्र पलड़िया मुनीम के तौर पर काम करता था।

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इस आढ़त की असल मालकिन घनश्याम की पत्नी दीपा शर्मा हैं। सामाजिक और राजनैतिक कार्यों की वजह से घनश्याम आढ़त पर नहीं बैठ पाते। आरोप है कि इसी का फायदा उठा कर रोहित बैंक चेक पर उनकी पत्नी के हस्ताक्षर कराता रहा और चेकों को अपने व अपने करीबियों के खाते में ट्रांसफर कराता रहा। रोहित वर्ष 2018 से आढ़त में काम कर रहा था। घनश्याम पिछले वर्ष अगस्त से लगातार आढ़त पर बैठने लगे तो चोरी का खुलासा हुआ।
आठ माह के खातों, कैश बुक, बैंक डिटेल और रोजनामचे की जांच की तो 8,24,000 रुपये का हिसाब नहीं मिला। रोहित जिन चेकों को अपने खातों में ट्रांसफर करता, उन्हें आढ़त के लेजर, कैशबुक व बैंक की स्लिप में जमा दर्ज दिखा देता था। ऐसा कर उसने 79,00,000 रुपये का गबन कर दिया। आरोप है कि इस रकम से उसने दो ट्रक, एक कार, एक मोटर साइकिल खरीदी और 20 25 लाख रुपये उसने अपने गृह जनपद में खर्च किया। कोतवाली पुलिस ने घनश्याम की तहरीर पर रोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।