हल्द्वानी
हाई कोर्ट के निर्देश पर प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों द्वारा रेलवे की भूमि पर किये गये अतिक्रमण को हटाने के लिए आज से अतिक्रमित भूमि पर पिलर लगाने एवं अतिक्रमण पर लाल निशान लगाने का काम शुरू किया गया है। जिसके खिलाफ प्रातः से ही भारी ठंड के बावजूद सडकों पर हाथों में तख्तियां लिए हजारों की संख्या में बच्चे, महिलायें व बुजुर्ग सहित तमाम लोग सडकों पर उतर आये और धरना देने के साथ वह नारेबाजी करते हुए अधिकारियों से घर न तोड़ने की गुहार करते रहे। वहीं बनभूलपुरा क्षेत्र का सारा बाजार भी आज पूरी तरह उसे बंद रहा। प्रभावित परिवारों के समर्थन में शहर के तमाम लोगों ने भी अपना कारोबार बंद रखा। अभियान के भारी विरोध होने र्की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी पहले से ही सतर्क थे। जिसे देखते हुए सम्पूर्ण क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। साथ हील पल पल की स्थिति पर पूरी नजर रखरे हुए थे। गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने 20 दिसम्बर को रेलवे की भूमि पर किये गये अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रभावित लोगों को कोई राहत न देते हुए प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये हैं। जिसको लेकर तमाम प्रशासनिक, पुलिस व विभागीय अधिकारियों ने विगत दिवस रेलवे अधिकारियों के साथ मिलकर बैठक आयोजित की थीं। जिसमें रेलवे भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए योजना बनाई गई। जिसके तहत सम्पूर्ण कार्यवाही की ड्रोन तथा कैमरों से र्वीिडयोग्राफी करने के साथ साथ बनभूलपुरा क्षेत्र में सुऱक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करने का भी निर्णय लिया गया था। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अधिकारियों द्वारा आज प्रातः अतिक्रमित रेलवे भूमि पर पिलर व लाल निशान लगाने का कार्य शुरू किया जाना था। लेकिन इससे पूर्व ही भारी ठंड के बावजूद अपने सारे काम छोड़कर हजारों की संख्या में लोग नारेबाजी करते हुए सड़कों पर उतर आये और वह मुख्य सड़कों पर दरी चिटाईयां बिछाकर बैठ गये। महिलायें, बच्चे व बुजुर्ग अपने घरों को न तोड़ने की गुहार करने लगे। उनके साथ विधायक सुमित हृदयेश, सपा प्रदेश प्रभारी अब्दुल मतीन सिद्दकी, कामरेड बहादुर सिंह जग्गी, शोएब अहमद सहित तमाम नेता भी प्रभावित परिवारों के समर्थन में धरने पर आ बैठे। स्थिति को भांपते हुए फोर्स को काफी बढ़ा दिया गया। मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम मनीष सिंह, एसपी सिटी हरबंस सिंह, एसपी क्राईम जगदीश चन्द्र, सीओ भूपेन्द्र सिंह धौनी, बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी समेत तमाम अधिकारी स्थिति पर पूरी नजर रखे रहे और उच्चाधिकारियों को पल पल की जानकारी देते रहे। विरोध बढ़ता देख पूलिस ने आस पास के इलाकों को सील कर दिया। बनभूलपुरा आने वाले सभी रास्ते ब्लॉक कर दिये। इसके साथ ही प्रिजनर वैन भी खड़ी कर दी गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीमांकन का काम शुरू किया गया है। अगर जनता विरोध करेगी तो पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ेगी। प्रशासन की टीम ने रेलवे भूमि पर सीमांकन का काम शुरू कर दिया है। रेलवे की 29 एकड़ भूमि पर करीब 4365 अतिक्रमण कारी हैं। पिलर लगाने के कार्य समाप्त होते ही अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया जायेगा।
8 जनवरी के बाद होगा ध्वस्तीकरण
हल्द्वानी। बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण की जद में आ रहे स्कूलों में भी पटवारी-लेखपाल की भर्ती परीक्षा का केंद्र बनाया गया है। पटवारी-लेखपाल भर्ती को देखते हुए प्रशासन आठ जनवरी से पहले कोई जमीनी कार्रवाई नहीं करेगा। नैनीताल जिले के 58 इंटर कालेजों में आठ जनवरी को लेखपाल, पटवारी की भर्ती परीक्षा आयोजित होगी। नैनीताल जिले में 23 हजार परीक्षार्थी इस परीक्षा में शामिल होंगे। पर्वतीय जिलों के कई अभ्यर्थी परीक्षा देने हल्द्वानी आएंगे। इसके लिए प्रशासन ने इंटर कॉलेजों को अधिकृत किया है। बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण की जद में आ रहे करीब पांच स्कूलों में भी परीक्षा होनी है। इसे देखते हुए प्रशासन अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई आठ जनवरी के बाद ही शुरू करेगा। उधर लोक निर्माण विभाग ने 20 जेसीबी, 20 पोकलैंड के टेंडर आमंत्रित किए हैं। ये टेंडर छह जनवरी को खोले जाएंगे। उधर प्रशासन दो जनवरी से मुनादी कराने पर विचार कर रहा है।