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खन्स्यू मारपीट मामले में खन्स्यूं वासियों ने आरोपी दरोगा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व दर्जा मंत्री हरीश पनेरू के साथ लोग बड़ी संख्या में बुधपार्क में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।

भारी पुलिस पहरे के बीच लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोपी दरोगा की बर्खास्तगी तक आंदोलन जारी रखने का एलान किया।  बता दें कि खन्स्यूं थाने के दरोगा सादिक हुसैन व सिपाही पर खन्स्यूं निवासी मनमोहन सिंह को चौकी में बुरी तरह पीटने का आरोप है। इसके खिलाफ शनिवार से बुधपार्क में धरना शुरू किया गया। पूर्व दर्जा मंत्री हरीश पनेरू ने जागी जाओ रे उत्तराखंडियों… गीत गाकर लोगों से एकजुट होने की अपील की।

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इधर, पुलिस के खिलाफ बने माहौल के बीच सीओ भवाली सुमित पांडे, कोतवाल हल्द्वानी समेत भारी मात्रा में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने भरोसा दिया कि एनसीआर लिख ली गई है, लेकिन लोग एफआईआर और दरोगा की बर्खास्तगी की मांग पर अड़े रहे। हरीश पनेरू का कहना है कि गौनियारो के चंदन गौनिया की हत्या हुई और पुलिस ने इसे सिर्फ हादसा माना। हमने आंदोलन किया तो हत्याकांड का खुलासा हुआ।

पुलिस के खिलाफ ऐसे तमाम उदाहरण हैं। पुलिस ने एनसीआर दर्ज करने की बात कही है। हमने कार्रवाई के लिए पांच दिन का समय देने के साथ धरना स्थगित किया है, लेकिन समाप्त नहीं किया है। मनमोहन की पिटाई करने वाले दरोगा की बर्खास्तगी तक हम आंदोलन करेंगे। ये लड़ाई ओखलकांडा, भीमताल और नौजवान के स्वाभिमान की लड़ाई है। धरना प्रदर्शन करने वालों में संजय परगाई, दीपक मेवाड़ी, छात्रसंघ अध्यक्ष रश्मी लमगड़िया, सुशील भट्ट, नरेन्द्र बर्गली, उमेश बुधानी, बीसी बेलवाल, हेम चन्द्र परगाई, मदन गोनिया, पूरन परगाई, कपिल साह, विनोद नेगी, अरूण साह, आदि लोग मौजूद थे।

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जनता के साथ अन्याय करने वाला बख्शा नहीं जाएगा
मामले में विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि मारपीट करने का अधिकार किसी भी पुलिस कर्मी को नही है। एसएसपी नैनीताल से वार्ता कर दरोगा को थाने से हटाने को कहा गया। जिसके बाद उन्हे तत्कात्ल हटा दिया था। एसएसपी से दोषी पुलिस कर्मियों पर भी कार्यवाही करने को कहा गया है। कुछ पुलिस कर्मी जन भावनाओं ने अनुरूप कार्य नहीं कर रहे हैं, जिसका खमियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ेगा। जनता के साथ अन्याय किया गया तो ऐसा करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।