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मुखानी थाना क्षेत्र में सेवानिवृत्त लिपिक के घर चोरी करने वाले शातिर चोरों को पुलिस ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन पूरा माल बरामद नहीं हो सका। पुलिस ने शातिरों को दबोचने के लिए 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। माना जा रहा है कि इन शातिरों ने शहर में कई घटनाओं को अंजाम दिया है।

मंगलवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी प्रकाश चंद्र ने बताया कि कार्तिकेय कॉलोनी मुखानी निवासी पूर्व लिपिक मोहन सिंह सूर्या के मकान में बीती छह जुलाई की रात चोरी हुई थी। पूर्व लिपिक के बेटे नितिन सूर्या की तरफ ने 11 जुलाई 2024 को घर से लाखों के जेवरात और 10 से 12 लाख रुपये कैश चोरी होने का मुकदमा दर्ज कराया गया था।

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शातिरों की तलाश में सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो संदिग्ध नजर आए। संदिग्ध बनभूलपुरा स्थित हनीफ होटल में ठहरे थे। होटल के रिकॉर्ड से पहचान संबंधी दस्तावेज मिले, जिसमें आरोपियों के पते की जानकारी मिली। टीमें उत्तर प्रदेश के सम्भल पहुंची तो पता चला कि आरोपी दोबारा हल्द्वानी के लिए रवाना हो चुके हैं। सोमवार रात दोनों शातिरों को मुखानी थाना क्षेत्र के पूरनपुर तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया।

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इनमें चंदौसी सम्भल उत्तर प्रदेश निवासी अफजल पुत्र इंसान अली और सैमरी राना राजपुरा निवासी आशिफ अली पुत्र अब्दुल मजीद है। आरोपियों के पास से पुलिस ने सोना व चांदी के कुछ जेवरात बरामद कर लिए हैं। वहीं चोरी हुए करीब 10 से 12 लाख रुपये की नकदी में से केवल 4600 रुपये ही पुलिस को मिले हैं। पूछताछ में नबाब अली पुत्र इकबाल निवासी सैमरी घाना का नाम सामने आया है और वह फरार है। पुलिस टीम में एसआई बलवंत सिंह, एसआई विजय मेहता, हेड कांस्टेबल इसरार नबी, सिपाही रविंद्र खाती, मनीष खाती, सुनील आगरी, धीर सुगड़ा, एसओजी से सिपाही राजेश बिष्ट और चंदन नेगी थे।