चीन में कोरोना मामलों के एक बार फिर हुए विस्फोट के बाद भारत सरकार भी चौकस हो गई है. सरकार ने चीन समेत 5 देशों में कोरोना के मामले बढ़ते देख अलर्ट जारी किया है. साथ ही राज्यों को निर्देश जारी कर जीनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया आज सुबह 11 बजे रिव्यू मीटिंग कर देश में कोरोना महामारी से निपटने की तैयारियां देखेंगे.
सरकार ने सभी राज्यों को भेजी चिट्ठी
इसी बीच सरकार के निर्देश पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री राजेश भूषण ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर चीन, जापान, अमेरिका, ब्राजील और कोरिया में कोरोना के मामले बढ़ते देख जीनोम सिक्ववेंसिंग बढ़ाने को कहा है, जिससे नए वेरिएंट और उसके फैलाव का पता चल सके. राज्यों से कहा गया है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की पहचान करने के लिए सभी पॉजिटिव मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग की जाए. जीनोम सिक्वेंसिंग के सभी मामलों को INSACOG
(Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) के जरिए रिपोर्ट किया जाए. जिससे सरकार को सभी राज्यों में हो रही टेस्टिंग की डिटेल मिल सके.
‘जीनोम सिक्वेंसिंग से वेरिएंट की करें पहचान’
इस जीनोम सिक्वेंस के माध्यम से ये पता लगाया जा सकता है कि वायरस (Coronavirus Update) का कौन सा वेरिएंट ज्यादा फैल रहा है और किस हिस्से में कौन से वेरिएंट का फैलाव है. अगर वायरस म्यूटेट करता है और कोई नया वेरिएंट वातावरण में आता है तो उसका पता भी लगाया जा सकता है. लिहाजा भारत में कोरोना के मामले बढ़ने से पहले ही सरकार ने जीनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने और उसकी रिपोर्टिंग केंद्रीय स्तर पर फिर से तेज करने का फैसला लिया है. भारत में इस वक्त कोरोना के
कुल 3490 एक्टिव केस हैं. अब तक के सबसे कम केस भारत में इसी हफ्ते दर्ज किए गए हैं.
‘भारत पर फिलहाल खास खतरा नहीं’
चीन में कोविड की भीषण लहर और भारत में स्थिति पर सरकार के कोविड वर्किंग ग्रुप के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि भारत ने Omicron संक्रमण वाली तीसरी लहर को अच्छे से झेला था. जब लाखों नए मामले रोजाना आने के बाद भी भारत मे गंभीर संक्रमण और मृत्यु दर काफी कम थी. इसका एक बड़ा कारण भारत के लोगों में Natural immunity और vaccine द्वारा दी गयी आर्टिफिशियल immunity का combination था. ऐसे में उम्मीद है कि चीन में चल रही Covid की इस लहर का भारत पर कोई खास असर नही होगा. हालांकि किसी भी आशंका को टालने के लिए हमें अपने सुरक्षा ऐहतियात में कोई लापरवाही नहीं बरतनी है.