उत्तराखंड,उत्तर प्रदेश समेत उत्तर भारत में तापमान में गिरावट के साथ ही ठंड का असर दिखाने लगा है, लेकिन इसके बावजूद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कड़ाके की ठंड का अहसास नहीं हो रहा है. आधा दिसंबर बीतने के बाद भी तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा है और यह सवाल उठने लगा है कि आखिर दिन का तापमान ज्यादा क्यों रह रहा है. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली और यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में 13 दिसंबर के बाद ठंडी हवाएं चलने का अनुमान जताया है, जिसके बाद तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है.
दिल्ली समेत उत्तर भारत में क्यों नहीं पड़ रही कड़ाके की ठंड?
विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में हवाओं की रफ्तार सुस्त पड़ने की वजह से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत में तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि कुछ दिनों से पिछले कुछ दिनों से हिमालय और उसके ऊपरी हिस्सों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस यानी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है और इसी वजह से उत्तर भारत में तापमान में बढ़ोतरी हुई है. स्काईमेट ने बताया कि जब पहाड़ों पर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होता है, तब मैदानी इलाकों में हवाओं की रफ्तार कम हो जाती है और इस वजह से तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाती है.
दिल्ली में औसत तापमान से 4 डिग्री अधिक
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi Weather) में सोमवार को अधिकतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से चार डिग्री अधिक है. वहीं, दिल्ली का न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मंगलवार सुबह दिल्ली में धुंध के साथ मुख्य रूप से आसमान साफ रहने का अनुमान जताया है. मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.
15 दिसंबर तक बारिश की भविष्यवाणी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेन्नई और तमिलनाडु के कई अन्य हिस्सों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने 13 दिसंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती तूफान और कम दबाव के क्षेत्र के बनने की संभावना के कारण चेन्नई और तमिलनाडु के कई हिस्सों में 15 दिसंबर तक और बारिश की भविष्यवाणी की है. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद कांचीपुरम जिले के अलावा तिरुवल्लुर और उथुकोट्टई तालुक सहित कुछ क्षेत्रों के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है. मौसम विभाग ने कहा कि तमिलनाडु और केरल में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश, वहीं कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है.
मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी और बादल छाए रहे
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान का असल मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल रहा है. सोमवार को राज्य के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी हुई और बादल छाए रहे. मौसम विभाग (IMD) ने बताया कि भोपाल के अरेरा हिल्स में 2.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि छिंदवाड़ा के तामिया क्षेत्र में छह मिलीमीटरी बारिश हुई. बादल छाए रहने की वजह से शहडोल, सागर, होशंगाबाद, भोपाल, इंदौर, उज्जैन एवं जबलपुर संभागों में न्यूनतम तापमान में तीन-चार डिग्री की वृद्धि हुई है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान मध्यप्रदेश के होशंगाबाद संभाग के जिलों एवं रायसेन, भोपाल, सीहोर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा एवं सिवनी जिलों में कहीं-कहीं पर हल्की वर्षा या बूंदाबादी हो सकती है.
राजस्थान के चुरू में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस
ठंड का असर राजस्थान में दिखने लगा है और चुरू में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने लगा है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, न्यूनतम तापमान सीकर के फतेहपुर में 6.0 डिग्री, करौली में 7.3 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 7.4 डिग्री, पिलानी (झुंझुनू) में 7.7 डिग्री, संगरिया (हनुमानगढ़) में 8.9 डिग्री और वनस्थली (टोंक) में 10 डिग्री व सीकर में 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अगले 24 घंटों में मौसम का मिजाज ऐसा ही रहने की संभावना है.
दिल्ली में अब भी खराब स्तर पर हवा की गुणवत्ता
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता (Air Pollution) में सुधार हुआ है, लेकिन अब भी यह ‘खराब’ श्रेणी में है. समीर ऐप के मुताबिक, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सोमवार सुबह नौ बजकर 10 मिनट पर 238 से बेहतर होकर शाम चार बजे 218 हो गया. पूर्वानुमान में अगले 3 दिनों तक हवा के ‘खराब’ या ‘मध्यम’ श्रेणी में बने रहने का अनुमान जताया गया है. अगले 3 दिनों के दौरान सतही हवा की गति 15 से 18 किमी/घंटा होने और तापमान में वृद्धि के कारण एक्यूआई में सुधार होने की संभावना है. बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है.