इस साल सर्दियों के पहले चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ (Cyclone Mandous) ने शुक्रवार देर रात तमिलनाडु में दस्तक दे दी, जिसके चलते राज्य के मामल्लपुरम और तटीय इलाकों में जमकर बारिश हुई. मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान अभी जारी है, जिसके चलते राज्य में तेज बारिश का दौर फिलहाल एक-दो दिन चलता रहेगा. विभाग ने मछुआरों के अपील की है कि वे अगले 3-4 दिन समुद्र में न जाएं और तटीय इलाकों से दूरी बनाकर रखें, जिससे वे जानमाल के नुकसान से बचे रहें.
तूफान की वजह से राज्य में भारी बारिश
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के क्षेत्रीय निदेशक एस. बालाचंद्रन ने कहा, ‘चक्रवाती तूफान (Cyclone Mandous) के दस्तक देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और अभी यह जारी है. इसके चलते राज्य के कई तटीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई है.’ बालाचंद्रन ने कहा कि चेन्नई और पुडुचेरी के बीच, 1891 से 2021 तक पिछले 130 वर्षों में 12 चक्रवात आ चुके हैं. अगर यह चक्रवात मामल्लपुरम के पास तट को पार करता है, तो चेन्नई और पुडुचेरी के बीच आने वाला 13वां चक्रवात होगा.
इलाके में बचाव टीमों की हुई तैनाती
चक्रवाती तूफान (Cyclone Mandous) को देखते हुए सरकार ने राहत कार्य के लिए कई इंतजाम किए हैं. पुलिस के मुताबिक, तमिलनाडु SDRF की 40 सदस्यीय टीम के अलावा 16,000 पुलिसकर्मियों और 1,500 होमगार्ड को तैनात किया गया है. इसके अलावा DDRF की 12 टीमों को भी तैयार रखा गया है. जबकि NDRF और SDRF के लगभग 400 कर्मियों को पहले ही कावेरी डेल्टा क्षेत्र समेत तटीय इलाकों में तैनात कर दिया गया है.
UAE ने किया तूफान का नामकरण
हिंद महासागर में उठे इस चक्रवाती तूफान का नाम ‘मैंडूस’ (Cyclone Mandous) संयुक्त अरब अमीरात ने चुना है. यह एक अरबी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है खजाने की पेटी. एक अंतरराष्ट्रीय समझौते के तहत हिंद महासागर के देश इंग्लिश एल्फाबेट के अनुसार अपनी बारी आने पर तूफानों का नामकरण करते हैं. इस बार यह बारी UAE की थी, जिसके चलते उसने इस तूफान को यह नाम दिया.