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भारत और पाकिस्तान के बीच की रैकिंग में जमीन-आसमान का फर्क है. पाकिस्तान सीरिया, इराक और अफगानिस्तान जैसे कमजोर देशों वाले पासपोर्ट की रैकिंग के करीब पहुंच चुका है. वहीं, भारत की रैंकिंग काबिलेतारीफ है.

दुनियाभर में पासपोर्ट की अहमियत बेहद ही ज्यादा है, क्योंकि पासपोर्ट के जरिए ही आप किसी अन्य देश में प्रवेश कर सकते हैं और अपनी नागरिकता साबित करने के लिए आपको पासपोर्ट की जरूरत होती है. साल 2023 में एक बार फिर रैंकिंग सामने आई है, जिसमें भारत और पाकिस्तान के बीच की रैकिंग में जमीन-आसमान का फर्क है. पाकिस्तान सीरिया, इराक और अफगानिस्तान जैसे कमजोर देशों वाले पासपोर्ट की रैकिंग के करीब पहुंच चुका है. वहीं, भारत की रैंकिंग काबिलेतारीफ है. हालांकि, नंबर वन पर जापान ने कब्जा कर रखा है. लंदन स्थित ट्रैवल हेनले एंड पार्टनर्स ने 2023 के लिए पासपोर्ट की रैंकिंग जारी की है. सूची में पाकिस्तानी पासपोर्ट को 109 देशों में से पांच सबसे खराब पासपोर्ट में रखा गया है.

भारत से कितना पीछे है पाकिस्तान

सूची में कंसिडर किए गए 227 यात्रा स्थलों में से केवल 35 डेस्टिनेशन्स पाकिस्तानी पासपोर्ट धारकों को वीजा-फ्री या वीजा-ऑन-अराइवल एंट्री की अनुमति देते हैं. इसके बाद सीरिया (25 डेस्टिनेशन), इराक (29 डेस्टिनेशन), और अफगानिस्तान (27 डेस्टिनेशन) हैं. वहीं, लंदन बेस्ड फर्म द्वारा जारी तिमाही रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की तुलना में भारत कहीं बेहतर है और 85वें स्थान पर है. भारत 59 डेस्टिनेशन में वीजा फ्री की अनुमति देता है. दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट जापान की है. यह 193 ग्लोबल डेस्टिनेशन में वीजा-फ्री एंट्री की अनुमति देता है, जो लगातार पांचवें साल भी टॉप पर है.

चीन और रूस की क्या है रैंकिंग

सिंगापुर और दक्षिण कोरिया ने रैंकिंग में ज्वाइंट सेकेंड पोजिशन पर अपना स्थान बरकरार रखा, उसके बाद जर्मनी और स्पेन और फिर अन्य यूरोपीय देशों का स्थान रहा. अमेरिका 22वें नंबर पर, जिसके साथ स्विटजरलैंड, न्यूजीलैंड और नॉर्वे है. चीन और बोलिविया एक ही रैंकिंग 59 पर हैं, क्योंकि इन देशों के पासपोर्ट पर 80 डेस्टिनेशन वीजा फ्री एंट्री हैं. रूस काफी बेहतर स्थान 37वें पर है, जो 118 डेस्टिनेशन में वीजा फ्री एंट्री देता है. ब्लूमबर्ग ने एक लिस्ट शेयर की है, जो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रही है, जिसे हम आपके साथ साझा कर रहे हैं.