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फीफा वर्ल्ड कप 2022 अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है. तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में क्रोएशिया ने मोरक्को को 2-1 से हरा दिया. क्रोएशिया के प्लेयर्स ने बहुत ही कमाल का खेल दिखाया.  क्रोएशिया की वर्ल्ड रैंकिंग 12 है, जबकि मोरक्को 22वें स्थान पर है. साल 2018 फीफा वर्ल्ड कप में क्रोएशिया उपविजेता रहा था. वहीं, क्रोएशिया की टीम 1998 विश्व कप में भी तीसरे स्थान पर रही थी.

पहले 10 मिनट में ही हुए दो गोल 

खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में हुए इस मैच के तीनों गोल पहले ही हाफ में हुए. पहले दो गोल नौ मिनट के अंदर हो चुके थे, क्रोएशिया के लिए जोस्को ग्वारडियोल ने सातवें ही मिनट में खूबसूरत ‘सेट पीस’ से गोल किया. सेमीफाइनल में पहुंचने वाला पहला अफ्रीकी देश बनकर इतिहास रच चुके मोरक्को ने अशरफ डारी के नौंवे मिनट में किए गए गोल से स्कोर 1-1 किया.

इस प्लेयर ने दिलाई बढ़त 

मिस्लाव ओरेसिच ने 42वें मिनट में खूबसूरत गोल से अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया और यह निर्णायक साबित हुआ. इस तरह ओरेसिच के गोल ने सुनिश्चित किया कि कप्तान लुका मोड्रिच (37 वर्ष) जीत के साथ विश्व कप के अंतिम मैच से विदा हों. पहले हाफ की शुरूआत में क्रोएशियाई टीम ने तेज खेल दिखाया, जिसका फायदा उसे मिला. मोरक्को के सोफयान अमराबात के आंद्रेज क्रेमारिच को गिराने पर फाउल के कारण क्रोएशिया को फ्री किक मिली.

शुरुआत में ही दिखा आक्रामक खेल 

लोवरो माएर ने किक कर इसे पेनल्टी बॉक्स के ऊपर उछाला जहां इवान पेरिसिच ने सिर से शॉट लगाकर इसे जोस्को ग्वारडियोल की ओर किया और मास्क पहने इस खिलाड़ी ने उछलकर हेडर से 13 गज की दूरी से सीधे इसे नेट में डालकर अपनी टीम को आगे कर दिया. पर क्रोएशिया की यह बढ़त एक मिनट तक ही रह सकी.

मोरक्को ने नौंवे मिनट में फ्री किक पर गोल कर स्कोर बराबर किया. हाकिम जियेच ने लंबा शॉट लगाया जो डिफ्लेक्ट होता हुआ जा रहा था, मोडरिच ने इसे दूर करने की कोशिश की लेकिन डारी ने पांच गज की दूरी से क्रोएशियाई गोलकीपर डॉमिनिक लिवाकोविच को पछाड़ते हुए हेडर से गोल कर स्कोर बराबर कर दिया. यह डारी का पहला इंटरनेशनल गोल भी था.

बढ़त नहीं ले पाई मोरक्को टीम 

दोनों टीमें बढ़त लेने की कोशिश में जुटी थीं और कुछ मौके भी बना रही थीं. पर बाजी मारी क्रोएशिया ने जिसके लिए ओरिसिच ने दूर से दनदनाता सीधा शॉट लगाया, जो क्रासबार हिट कर गोल में पहुंच गया. इस रोकने के लिए मोरक्को के गोलकीपर यासिने बोनोऊ के पास कोई मौका नहीं था.

गोल की खोज में जुटी क्रोएशिया ने दूसरे हाफ में भी आक्रामकता दिखाई. उसकी अग्रिम पंक्ति ने मोरक्को की रक्षात्मक पंक्ति की कई बार परीक्षा भी ली. पर क्रोएशियाई टीम अपनी बढ़त को और नहीं बढ़ा सकी.

क्रोएशिया को सेमीफाइनल में अर्जेंटीना से 0-3 से जबकि दूसरे सेमीफाइनल में मोरक्को को गत चैम्पियन फ्रांस से 0-2 से हार मिली थी. मोरक्को के लिए हालांकि यह विश्व कप यादगार रहेगा. मोरक्को पहला अफ्रीकन और अरब देश है, जो फीफा वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक पहुंचा है.