पौष पूर्णिमा से माघ माह का स्नान शुरू हो गया। शुक्रवार को मां शाकुंभरी का जन्मदिवस भी होता है।
पौष पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई। सुबह चार बजे से हरकी पैड़ी एवं आसपास के गंगा घाटों पर श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचने शुरू हो गए। श्रद्धालुओं की आस्था कड़ाके की सर्दी पर भारी पड़ी। दिन में धूप निकलने पर भीड़ बढ़ती गई। श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर पितरों के निमित डुबकी लगाकर मां गंगा से परिवार के सुख समृद्धि और पितरों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई और पितरों की याद में दीपदान किया। गरीबों को दान कर पुण्य कमाया। गंगा घाटों पर दोपहर तीन बजे तक काफी पहल पहल रही। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर आसपास के मंदिरों में भी दर्शन किए। पूर्णिमा तिथि शनिवार 7 जनवरी की सुबह 4.37 बजे तक रहेगी। लिहाजा, शाम तक भी कई श्रद्धालु गंगा घाटों पर स्नान करते दिखे।हाईवे से लेकर शहर में वाहनों का दबाव