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पौड़ी जनपद के लैंसडाउन में दो मुस्लिम भाइयों ने घर वापसी की है। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच दोनों ने हिंदू सनातन धर्म अपनाया। आर्य समाज मंदिर में इसकी यज्ञोपवीत संस्कार समारोह में हिंदू धर्म में वापसी कराई गई। 24 वर्षीय इस्माइल को अंकुश और 20 वर्षीय अरमान को आर्यन नाम दिया गया।

दोनों भाइयों ने सनातन धर्म में प्रवेश पर खुशी जताई हैं। उनकी दो बहनें भी हैं। इनमें एक की शादी हो चुकी है। सनातन धर्म अपनाने वाले जयहरीखाल (लैंसडाउन) निवासी इस्माइल और अरमान ने बताया कि उनकी माता सीता देवी हिंदू हैं, जबकि पिता मुस्लिम थे। मां ने शादी के बाद भी अपना धर्म और पूजा पद्धति नहीं बदली थी।

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चारों भाई-बहन जब बहुत छोटे थे, तभी पिता परिवार को छोड़कर चले गए। ऐसे में मां उन्हें लेकर मायके आ गई। यहां उन्होंने बच्चों का पालन-पोषण करने के साथ सनातनी संस्कार दिए। वह सनातन धर्म के अनुसार पूजा-पाठ करती हैं। इसमें बच्चे भी शामिल होते हैं। इसी से प्रेरित होकर इस्माइल और अरमान ने सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया। इससे पहले उन्होंने इस बारे में मां और परिवार के मित्रों से विचार-विमर्श किया। मां की सहमति पर दोनों रविवार को विश्व हिंदू परिषद और हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में सनातनी बन गए।

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विश्व हिंदू परिषद के पूर्व विभाग मंत्री मनमोहन जुयाल के अनुसार दोनों युवाओं की मां सीता देवी ने बताया कि पति के जाने के बाद उन्होंने लैंसडाउन में कपड़ों की फेरी लगाई और बाद में जयहरीखाल में कपड़ों की दुकान खोल ली। इसी दुकान से परिवार की गुजर-बसर हो रही है। उन्होंने कभी अपने बच्चों को मस्जिद नहीं भेजा। बच्चों के सनातन धर्म अपनाने से बेहद खुश नजर आई।