महिला के लिए उसका पार्टनर काफी जरुरी होता है. दिनभर की थकान के बाद महिला चाहती है कि कोई हो जिसके पास वो अपनी सारी बातें करे. जिससे खुलकर बातचीत करे और अपने मन की सारी बात शेयर करे.
शादी के बाद महिला के जीवन में ये जगह उसके पति की हो जाती है. लेकिन कई बार मज़बूरी की वजह से पति-पत्नी को अलग-अलग रहना पड़ता है. इस मज़बूरी ने ही बिलासपुर की रहने वाली एक महिला को सुसाइड के लिए मजबूर कर दिया.
पत्रकार कॉलोनी जरहाभाठा में रहने वाली शालिनी की शादी आयुष से 2022 में हुई थी. दोनों छठवीं कक्षा से एक दूसरे को जानते थे और दोनों ने लव मैरिज की थी. इसके बाद आयुष मुंबई में अपनी जॉब करने चला गया जबकि शालिनी बिलासपुर में ही अपने ससुराल में रहते हुए एक स्कूल में इंग्लिश टीचर की जॉब करने लगी. लेकिन पति से दूरी शालिनी से बर्दाश्त नहीं हुई और उसने फांसी लगाकर जान दे दी.
रात में लगाई फांसी
पुलिस को दिए बयान में शालिनी के ससुराल वालों ने बताया कि वो स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर थी. बुधवार को वो काफी उदास लग रही थी. इसके बाद बिना खाना खाए ही वो सोने चली गई. अगले दिन काफी देर तक वो उठी नहीं. जब सास ने दूसरी बहु को उसे बुलाने के लिए भेजा तो शालिनी ने दरवाजा नहीं खोला. ऐसे में ससुराल वालों ने शालिनी के मायके कॉल किया. जब शालिनी के मां ने आकर दरवाजा तोड़ा तो पंखे से उसकी लटकती लाश मिली.
अकेलेपन से थी परेशान
शालिनी ने बोरवेल के केबल और गमछे से फंदा बनाया और उससे लटक गई. पुलिस को कमरे से एक सुसाइड लेटर मिला, जिसमें शालिनी ने अपने इस कदम के लिए सबसे माफ़ी मांगी. उसने लिखा कि वो अकेलेपन से परेशान हो गई है. ससुराल वालों के मुताबिक़, कुछ दिन पहले ही वो अपने पति के पास से लौटी थी. इसके बाद अचानक जाने क्या हुआ कि उसने अपनी जान दे दी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.